नोएडा, 23 जुलाई। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की नोएडा यूनिट ने मंगलवार को गाजियाबाद के कविनगर क्षेत्र में एक अवैध रूप से संचालित हो रहे फर्जी दूतावास का पर्दाफाश किया है। इस सनसनीखेज मामले में एसटीएफ ने एक आरोपी हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है, जो खुद को वेस्ट आर्कटिक, सबोर्गा, पोल्विया और लोडोनिया जैसे काल्पनिक देशों का राजनयिक बताकर लोगों को ठग रहा था।

किराए के मकान में बना रखा था फर्जी दूतावास
एसटीएफ की टीम ने कविनगर स्थित मकान संख्या KB-45 पर छापा मारकर यह कार्रवाई की। आरोपी हर्षवर्धन ने किराए के इस मकान को दूतावास के रूप में उपयोग करते हुए अपने को कांसुल, एम्बेसडर आदि बताकर लोगों को गुमराह कर रखा था। मौके से टीम ने चार डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाड़ियां, 12 माइक्रोनेशन पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मोहर लगे कूटरचित दस्तावेज, और 44.70 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं।
हवाला रैकेट और शेल कंपनियों से जुड़ा मामला
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला कारोबार में संलिप्त था। वह कंपनियों और व्यक्तियों को कथित विदेशी प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर भारी दलाली वसूलता था। इतना ही नहीं, हर्षवर्धन दो अंतरराष्ट्रीय आर्म्स डीलरों के संपर्क में भी था। वर्ष 2011 में भी उसके पास से अवैध सेटेलाइट फोन बरामद हुआ था, जिसका मुकदमा उसी कविनगर थाने में दर्ज है।
भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद
एसटीएफ ने आरोपी के कब्जे से निम्न वस्तुएं बरामद की हैं:
डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी 4 गाड़ियां
18 अलग-अलग फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट
12 माइक्रोनेशन देशों के फर्जी पासपोर्ट
विदेश मंत्रालय की मोहर लगे कूटरचित दस्तावेज
34 अलग-अलग देश व कंपनियों की मोहरें
2 फर्जी प्रेस कार्ड, 2 कूटरचित पैनकार्ड
44.70 लाख नकद, कई देशों की विदेशी मुद्रा
कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के कागजात

PM और राष्ट्रपति के साथ मॉर्फ फोटो का इस्तेमाल
हर्षवर्धन जैन स्वयं को प्रभावशाली दिखाने के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य विशिष्ट जनों के साथ मॉर्फ की गई तस्वीरों का इस्तेमाल करता था। उसकी गाड़ियों पर लगी डिप्लोमैटिक प्लेटें और झूठे दस्तावेज देखकर आम लोग उसके झांसे में आ जाते थे। एसटीएफ ने इस पूरे मामले में गाजियाबाद के कविनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी से पूछताछ जारी है और उसके हवाला नेटवर्क, विदेशी संपर्कों और आर्थिक अपराधों की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं। मामले में कुछ और नाम सामने आने की भी संभावना है।