Saturday, June 07, 2025 05:52:18 AM

कोविड के मामले नोएडा में बढ़े
नोएडा में कोविड से बच्ची की मौत, संक्रमितों की संख्या पहुंची 158

नोएडा में कोविड संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, कुल संक्रमितों की संख्या 158 हो गई है। एक बच्ची की मौत भी हुई है।

नोएडा में कोविड से बच्ची की मौत संक्रमितों की संख्या पहुंची 158
फाइल फोटो | पाठकराज
पाठकराज

नोएडा। नोएडा जिले में कोविड संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी जारी है। गुरुवार को 20 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 158 हो गई है। इनमें 94 पुरुष और 64 महिलाएं शामिल हैं। हालांकि, अस्पताल में फिलहाल सिर्फ दो मरीज भर्ती हैं। कोविड संक्रमण के चलते जिले में पहली मौत का मामला भी सामने आया है। साढ़े तीन साल की बच्ची, जो छिजारसी की रहने वाली थी, की इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची को डिहाइड्रेशन और निमोनिया की शिकायत पर दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल द्वारा पोर्टल पर जानकारी अपलोड करने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने परिजनों से संपर्क किया।

 

151 सक्रिय मरीज, 7 मरीज ठीक

अब तक जिले में 7 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं, जबकि 151 एक्टिव केस हैं। जिले में मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग का दायरा बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फिलहाल सिर्फ जिला अस्पताल में कोविड की जांच हो रही है, लेकिन अब प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जांच सुविधा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य किट्स की आपूर्ति हो चुकी है। गुरुवार को 7 लोगों के सैंपल लिए गए हैं।

 

फैसले और तैयारियां:

भंगेल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वर्तमान में 75 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं, जिन्हें जरूरत के हिसाब से अन्य केंद्रों पर शिफ्ट किया जा सकता है।

सभी ऑक्सीजन प्लांट्स का निरीक्षण किया गया है और वे सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।

लखनऊ से उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की सूची भी मांगी गई है, जिसमें दवाएं, नेबुलाइज़र, ऑक्सीजन, बेड आदि की जानकारी भेजी गई है।

 

 

कॉल सेंटर संचालन में शिक्षकों की मदद मांगी

स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों से नियमित संपर्क बनाए रखने के लिए कॉल सेंटर की व्यवस्था की है, लेकिन स्टाफ की कमी के चलते एसीएमओ डॉ. टीकम सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर शिक्षकों की मांग की है, ताकि वे फोन पर मरीजों से बात कर उनकी तबीयत की जानकारी ले सकें।


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