प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में गुरुवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। महेशगंज थाना क्षेत्र के डिहवा जलालपुर गांव में बकुलाही नदी में डूबकर चार बच्चियों की मौत हो गई, जिनमें से तीन सगी बहनें थीं। ये मासूम बच्चियां घर में चूल्हा बनाने के लिए नदी से कच्ची मिट्टी लेने गई थीं।
गांव के जीत लाल सरोज की बेटियाँ — 13 वर्षीय स्वाति, 10 वर्षीय संध्या और 7 वर्षीय चांदनी — तथा जीत लाल के भाई पृथ्वीपाल की 7 वर्षीय बेटी प्रियांशी, गुरुवार सुबह लगभग 9 बजे मिट्टी लेने के लिए बकुलाही नदी के पास गई थीं। जब वे काफी देर तक वापस नहीं लौटीं, तो परिवार वालों को चिंता हुई और वे उन्हें खोजने निकले। कुछ देर की तलाश के बाद गांव वालों ने चारों बच्चियों के शव नदी में उतराते हुए देखे। उन्हें तुरंत बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
गहराई का अंदाजा नहीं था
स्थानीय लोगों के अनुसार, हाल ही में बकुलाही नदी की सफाई और खोदाई कराई गई थी, जिससे उसकी गहराई काफी बढ़ गई थी। चैती का पुरवा के पास पुल के पिलर के करीब एक गहरा गड्ढा था, जिसकी जानकारी बच्चियों को नहीं थी। उसी गड्ढे में गिरकर वे डूब गईं।
प्रशासन का बयान
अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जांच जारी है और पूरे मामले की गहराई से समीक्षा की जा रही है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
गांव में मातम का माहौल
एक ही परिवार की तीन बच्चियों की मौत से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में गहरा मातम छाया हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।