अफसर मनोज कुमार सिंह | पाठकराज
पाठकराज
नोएडा/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में 31 जुलाई 2025 को एक अहम मोड़ आने वाला है। प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह इस दिन सेवानिवृत्त हो रहे हैं। लेकिन उनके रिटायरमेंट से ज्यादा उनके संभावित सेवा विस्तार की चर्चा प्रशासनिक गलियारों में जोर पकड़ रही है।
मनोज कुमार सिंह 1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाते हैं। 'स्वच्छ भारत मिशन', 'ग्राम्य विकास', 'अमृत सरोवर', और 'पंचायती राज' जैसी योजनाओं को जिलों में प्रभावी ढंग से लागू करवाने में उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही है।
सेवा विस्तार की प्रबल संभावना?
प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में उनकी पकड़ और योजनाओं के क्रियान्वयन में उनकी दक्षता को देखते हुए यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार उन्हें सेवा विस्तार दे सकती है। सूत्रों के अनुसार, शासन स्तर पर उच्च स्तरीय मंथन जारी है और अंतिम फैसला मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जल्द लिया जा सकता है। यदि सेवा विस्तार नहीं मिला तो 31 जुलाई के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक नया प्रमुख सचिव नियुक्त करना होगा। इस पद के लिए कई वरिष्ठ अफसरों के नाम चर्चा में हैं, जिनमें प्रमुख रूप से 1990 और 1991 बैच के अधिकारी हैं।
क्या कहते हैं जानकार?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सरकार अनुभवी अफसरों को बनाए रखना चाहती है, खासकर ऐसे अफसर जो योजनाओं को जमीन पर उतारने में सक्षम रहे हैं। ऐसे में मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार मिलना कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।