Sunday, June 01, 2025 11:54:33 PM

लिफ्ट में फंसे 16 लोग
यथार्थ हॉस्पिटल के लिफ्ट में फंसे 16 लोग, प्रबंधन पर उठे सवाल

ग्रेटर नोएडा के यथार्थ हॉस्पिटल में लिफ्ट अचानक रुक गई, जिसमें 16 लोग फंसे रहे। लिफ्ट का ARD सिस्टम फेल हो गया था।

नोएडा (डिजिटल डेस्क): ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर 1 स्थित यथार्थ सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में सोमवार देर रात एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। अस्पताल की लिफ्ट अचानक बीच में ही रुक गई, जिसमें एक बुजुर्ग महिला सहित 16 लोग करीब 30 मिनट तक फंसे रहे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में लिफ्ट में फंसे एक युवक ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा, "पिछले आधे घंटे से हम लिफ्ट में फंसे हुए हैं। हमने कई बार अस्पताल प्रबंधन और सिक्योरिटी को सूचना दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।"

 

एआरडी सिस्टम फेल, कोई समय पर मदद नहीं

पीड़ितों के अनुसार, लिफ्ट का ऑटोमैटिक रेस्क्यू डिवाइस (ARD) सिस्टम फेल हो गया था। इतना ही नहीं, अस्पताल प्रबंधन की ओर से समय पर कोई तकनीकी या आपात सहायता नहीं भेजी गई। घटना बिसरख थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले यथार्थ हॉस्पिटल की है, जिसे क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल माना जाता है।

 

सोशल मीडिया पर भड़का गुस्सा

इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। स्थानीय नागरिकों और मरीजों के परिजनों ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं और तकनीकी रखरखाव पर सवाल खड़े किए हैं। लोगों का कहना है कि अगर कोई मरीज या बुजुर्ग की हालत बिगड़ जाती, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता?

 

NCR में लगातार सामने आते रहे हैं ऐसे मामले

यह कोई पहली घटना नहीं है। दिल्ली-एनसीआर में इससे पहले भी लिफ्ट में फंसने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
हर बार ऐसे मामलों के बाद लिफ्ट सुरक्षा नियमों और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम की समीक्षा की बातें होती हैं, लेकिन कुछ समय बाद फिर सब कुछ नजरअंदाज कर दिया जाता है।

 

क्या कहता है नियम?

बिल्डिंग बायलॉज़ और लिफ्ट अधिनियमों के अनुसार, हर लिफ्ट में ARD सिस्टम और इमरजेंसी अलार्म अनिवार्य हैं। इसके अलावा, लिफ्ट ऑपरेटर या इमरजेंसी टेक्नीशियन का तत्काल रिस्पॉन्स भी आवश्यक होता है। अब तक इस मामले में अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। वहीं, स्थानीय प्रशासन भी घटना की जांच की बात कर रहा है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अभी तक नहीं हुई।


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