Thursday, May 22, 2025 03:51:55 PM

गाजियाबाद में अधजला कंकाल बरामद
गाजियाबाद: मोदीनगर में लापता व्यक्ति का अधजला कंकाल बरामद

गाजियाबाद के मोदीनगर में लापता व्यक्ति का अधजला कंकाल खेत में मिला। परिवार का दावा कि यह कंकाल उमाशंकर शर्मा का है, जो 27 अप्रैल से गायब थे।

गाजियाबाद मोदीनगर में लापता व्यक्ति का अधजला कंकाल बरामद
इसी खेत से बरामद हुआ कंकाल
पाठकराज

गाजियाबाद, 22 मई। गाजियाबाद के मोदीनगर कोतवाली क्षेत्र में बुधवार को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया, जब हैरिटेज स्कूल के पीछे ईख के खेत में एक अधजला कंकाल बरामद हुआ। 24 दिन पहले लापता हुए सीकरी कलां गांव निवासी उमाशंकर शर्मा उर्फ बदल के भाई ने दावा किया है कि यह कंकाल उसी का है। घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली और घटनाक्रम के संभावित एंगल्स को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

गायब था 27 अप्रैल से, मिली सिर्फ अधजली हड्डियां

40 वर्षीय उमाशंकर शर्मा एक श्रमिक थे और 27 अप्रैल को अपने घर से निकले थे, जिसके बाद वह लापता हो गए। परिवार ने पहले स्थानीय स्तर पर तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो मंगलवार रात को उनके भाई दुष्यंत शर्मा ने मोदीनगर थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके अगले ही दिन, बुधवार को दुष्यंत और कुछ ग्रामीण जब खेतों की तलाशी ले रहे थे, तब उन्हें खेत में एक अधजला कंकाल और उमाशंकर के अधजले कपड़े मिले।

 

परिवार का दावा – हत्या कर शव को जलाया गया

दुष्यंत, जो स्वयं एक चिकित्सक हैं, का दावा है कि यह मानव कंकाल उमाशंकर का ही है। उनके अनुसार, हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की गई। कंकाल के पास जो कपड़े मिले हैं, वे भी उमाशंकर के ही हैं। उन्होंने पुलिस को उन लोगों के नाम भी बताए जिन पर उन्हें संदेह है।

 

पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उठे सवाल

घटना के बाद मोदीनगर पुलिस ने मौके से कंकाल को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, लेकिन पुलिस की कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोग और परिवार असंतुष्ट हैं। सूत्रों के अनुसार, कंकाल मिलने पर न तो फील्ड यूनिट बुलाई गई, न ही फॉरेंसिक टीम, बल्कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने खुद ही कंकाल को प्लास्टिक की बोरियों में भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

 

पुलिस को शक – गुमशुदगी के अगले ही दिन शव कैसे मिला?

 पुलिस सूत्रों ने भी इस मामले में कुछ बिंदुओं पर संदेह जताया है। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि "गुमशुदगी दर्ज होने के महज 12 घंटे बाद ही उसी व्यक्ति का अधजला कंकाल मिलना संयोग नहीं हो सकता। मामले में कई एंगल से जांच शुरू कर दी गई है।" पुलिस अब कंकाल की डीएनए जांच कराने की तैयारी कर रही है, जिसके लिए उमाशंकर के बेटे का सैंपल लिया जाएगा। 


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