असम के जिले की तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में जारी बाढ़ और भूस्खलन ने व्यापक तबाही मचा रखी है। असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा, नागालैंड और मणिपुर जैसे राज्य इस संकट से जूझ रहे हैं। बारिश की तीव्रता में भले ही कुछ कमी आई हो, लेकिन जान-माल का नुकसान लगातार बढ़ता जा रहा है।
असम में अब तक 19 लोगों की मौत, 6.79 लाख प्रभावित
असम सबसे अधिक प्रभावित राज्य के रूप में सामने आया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें 14 की मौत बाढ़ और 5 की भूस्खलन की वजह से हुई है। राज्य के 21 जिलों के 1494 गांव बाढ़ की चपेट में हैं, और करीब 6.79 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
श्रीभूमि जिले में सर्वाधिक 2,59,601 लोग प्रभावित हैं।
हैलकांडी में 1,72,439 लोग, और
नगांव में 1,02,716 लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं।
190 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 39,746 विस्थापितों को शरण दी गई है।
पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी संकट गहरा
29 मई से अब तक पूर्वोत्तर में कुल 50 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्यवार मृत्यु का आंकड़ा इस प्रकार है:
अरुणाचल प्रदेश: 12 मौतें
मेघालय: 6 मौतें
मिजोरम: 5 मौतें
सिक्किम: 4 मौतें
त्रिपुरा: 2 मौतें
नागालैंड और मणिपुर: एक-एक मौत
हालात में मामूली सुधार, पर खतरा बरकरार
बुधवार को बारिश में थोड़ी राहत मिली है, लेकिन कई क्षेत्रों में रात भर बारिश होने से हालात में सुधार नहीं हो सका है। असम के मोरीगांव, लखीमपुर, बारपेटा और धेमाजी जिलों में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। राज्य सरकारें स्थानीय प्रशासन और NDRF के साथ राहत व बचाव कार्यों में जुटी हैं। केंद्र सरकार ने भी स्थिति पर नजर बनाए रखते हुए संभव हर सहायता देने का आश्वासन दिया है।