भंगेल स्वास्थ्य केंद्र पर खड़ी एंबुलेंस
पाठकराज
नोएडा, 20 मई। गौतमबुद्धनगर जनपद की 40 लाख से अधिक आबादी के मुकाबले सिर्फ 31 एंबुलेंस सेवा में हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। स्थिति इतनी गंभीर है कि कई बार आपातकालीन मरीजों को अस्पताल पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है।
स्वास्थ्य विभाग वर्तमान में 2011 की जनगणना के आधार पर एंबुलेंस सेवा चला रहा है। जिले में 102 सेवा की 17 एंबुलेंस और 108 सेवा की 14 एंबुलेंस ही उपलब्ध हैं। जबकि क्षेत्र में जनसंख्या और वाहनों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है।
प्रमुख सेवा केंद्रों पर तैनाती
एंबुलेंस को जेवर, नोएडा एयरपोर्ट, जिला अस्पताल, भंगेल और बिसरख सीएचसी जैसे प्रमुख प्वाइंट्स पर खड़ा किया जाता है। लेकिन मौजूदा संख्या इस विशाल जिले की जरूरतों को पूरा करने में पूरी तरह से नाकाफी है।
2.5 लाख से ज्यादा मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया
जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2024-25 में अब तक 2.5 लाख से ज्यादा मरीजों को एंबुलेंस सेवा के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें कार्डियक अरेस्ट, सड़क दुर्घटना, कुत्ते के काटने, विषाक्त पदार्थ सेवन और गर्भवती महिलाओं के मामले प्रमुख रहे।
खराब एंबुलेंस डंप, नई नहीं मंगवाई गईं
बीते वर्षों में सेवा पूरी कर चुकी 12 से अधिक एंबुलेंस को सेवा से हटा दिया गया है, लेकिन उनकी जगह नई एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई। हैरानी की बात यह है कि इन अनुपयोगी एंबुलेंस को जिला अस्पताल के बेसमेंट, भंगेल सीएचसी और कोल्ड स्टोरेज परिसर में डंप कर दिया गया है। अप्रैल में संयुक्त राष्ट्र संघ के अध्यक्ष के आगमन पर इन गाड़ियों को परदे से ढकवाया गया था।
नए प्रस्ताव शासन को भेजे गए
सीएमओ डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि 108 सेवा की 12, 102 सेवा की 10 और 2 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। यह मांग चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव ऋतु माहेश्वरी की समीक्षा बैठक से पहले की गई थी।
“एंबुलेंस सेवाओं की संख्या बढ़ाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक निर्णय की उम्मीद है।”
— डॉ. नरेंद्र कुमार, सीएमओ, गौतमबुद्धनगर