नोएडा। नोएडा के रियल एस्टेट क्षेत्र में बड़ा भूचाल आया है। सीबीआई ने शुक्रवार को जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स पर एक साथ रेड की। यह कार्रवाई सबवेंशन स्कीम घोटाले को लेकर की गई, जिसमें बायर्स को बिना फ्लैट दिए लोन लेने और ईएमआई न चुकाने जैसी गंभीर अनियमितताओं का आरोप है। सीबीआई की टीम ने नोएडा के सेक्टर-128 से लेकर सेक्टर-132 तक फैले जेपी इंफ्राटेक के विभिन्न प्रोजेक्ट्स जैसे Kasa Isles, Orchards, Kensington Park, Kensington Boulevard, Krescent Homes, Kosmos, Klassic आदि में एक साथ छापा मारा। टीम ने साइड ऑफिसों और सेल ऑफिस में दस्तावेजों को खंगाला और वहां मौजूद स्टाफ से पूछताछ की।
क्या है सबवेंशन स्कीम घोटाला?
2014 के आसपास लॉन्च की गई इस स्कीम के तहत बायर्स को फ्लैट की बुकिंग के समय बैंक से लोन मिलता था, जिसकी EMI फ्लैट की डिलीवरी तक बिल्डर को चुकानी होती थी।
लेकिन आरोप है कि:
किन दस्तावेजों की जांच हो रही है?
CBI ने जिन दस्तावेजों को जब्त किया, उनमें शामिल हैं:
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प्रोजेक्ट अप्रूवल लेटर
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बकाया रजिस्ट्रियों का रिकॉर्ड
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बायर्स और बैंक के बीच एग्रीमेंट
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को-डेवलपर्स की जानकारी
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फर्जी दस्तावेजों के जरिए लिए गए लोन
बिल्डरों पर आरोप है कि उन्होंने बैंकों से मिलीभगत कर बिना वैध वैल्यूएशन के लोन पास कराया और फिर रकम हड़प ली। जेपी इंफ्राटेक के हजारों बायर्स पिछले कई वर्षों से फ्लैट के इंतजार में हैं। अब सीबीआई की कार्रवाई से उन्हें इंसाफ की उम्मीद जगी है।
CBI की अगली कार्रवाई में और बिल्डर आ सकते हैं घेरे में
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण से कुल 26 बिल्डरों की जानकारी सीबीआई ने पहले ही मांगी थी। सूत्रों के अनुसार, जल्द ही इन बिल्डरों के प्रोजेक्ट्स पर भी कार्रवाई की जा सकती है।