Wednesday, May 21, 2025 06:57:45 PM

बॉबी किन्नर ने छोड़ा AAP
दिल्ली की पहली ट्रांसजेंडर पार्षद बॉबी किन्नर ने छोड़ी AAP

दिल्ली की ट्रांसजेंडर पार्षद बॉबी किन्नर ने आम आदमी पार्टी को छोड़ इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी में शामिल हो गईं, जो AAP से नाराज पार्षदों का नया मंच है।

दिल्ली की पहली ट्रांसजेंडर पार्षद बॉबी किन्नर ने छोड़ी aap
AAP को दिल्ली में बड़ा झटका: किन्नर पार्षद बॉबी ने छोड़ा साथ, 'नाराज पार्षदों' के साथ थामा नया झंडा
पाठकराज

नई दिल्ली, 20 मई। राजधानी की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा झटका लगा है। दिल्ली की एकमात्र किन्नर पार्षद बॉबी किन्नर ने आप पार्टी को छोड़ने का ऐलान कर दिया है। वे अब इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी से जुड़ गई हैं, जो कि आम आदमी पार्टी से नाराज 15 पार्षदों का नया राजनीतिक मंच बताया जा रहा है।

 

कौन हैं बॉबी किन्नर?

  • बॉबी किन्नर सुल्तानपुर माजरा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 43 (सुल्तानपुरी A) से पार्षद हैं।

  • वह राजधानी दिल्ली की पहली और इकलौती ट्रांसजेंडर पार्षद हैं।

  • आम आदमी पार्टी ने उन्हें प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व के तौर पर मैदान में उतारा था, जहाँ वे भारी मतों से जीतकर आई थीं।

 

क्यों छोड़ा AAP का साथ?

सूत्रों के अनुसार, बॉबी किन्नर बीते कुछ समय से पार्टी नेतृत्व से नाखुश और उपेक्षित महसूस कर रही थीं। उनका कहना है कि AAP नेतृत्व स्थानीय मुद्दों की अनदेखी कर रहा है और पार्षदों की स्वतंत्र आवाज़ों को दबाया जा रहा है। यही नहीं, AAP के भीतर लगातार असंतोष बढ़ता जा रहा है, जिसका नतीजा इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी का गठन है।

 

 इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी: AAP से टूटकर बने नया मंच

  • यह नया समूह AAP के अंदर पनपे असंतोष का संगठित रूप माना जा रहा है।

  • पार्टी के 15 से अधिक मौजूदा पार्षद इससे जुड़ चुके हैं।

  • बॉबी किन्नर का इससे जुड़ना इस बात का संकेत है कि AAP की निगम स्तर पर पकड़ कमजोर पड़ रही है।

 

AAP के लिए बढ़ती चिंता

बॉबी का जाना केवल एक पार्षद का इस्तीफा नहीं, बल्कि पार्टी के वोटबैंक और सामाजिक प्रतिनिधित्व को गहरी चोट है:

  • पार्टी द्वारा प्रगतिशील छवि गढ़ने के लिए बॉबी को टिकट दिया गया था।

  • उनके अलग होने से ट्रांसजेंडर और हाशिए पर खड़े समुदायों का विश्वास डगमगा सकता है।

 

 बॉबी का बड़ा बयान:

"जब पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक जाती है, तब हमें आवाज़ उठानी ही पड़ती है। अब हम जनता के लिए काम करेंगे, ना कि पार्टी हाईकमान के इशारों पर।"


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