Thursday, May 15, 2025 11:26:23 PM

वासेपुर की खतरनाक कहानी
वासेपुर: फैजल और दानिश की लंबाई की अनसुनी दास्तानें

वासेपुर, झारखंड का एक कस्‍बा, अपराध और खतरे से भरी रातों के लिए कुख्यात है। फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' इसी कहानी पर आधारित है।

वासेपुर फैजल और दानिश की लंबाई की अनसुनी दास्तानें
फिल्म का पोस्टर
अनुराग कश्यप के वाल से

गैंग्‍स ऑफ वासेपुर' का शहर वासेपुर झारखंड के धनबाद जिले का एक छोटा सा कस्‍बा है। कहा जाता है कि वहां रात में आठ बजे के बाद निकलना खतरे से खाली नहीं है। जब धनबाद से वासेपुर के लिए निकलते हैं तो आपको पहले ही बता दिया जाता है आठ बजे के बाद वहां मत जाइएगा। वासेपुर कोयले की खानों और इसके लिए होने वाले वहशी जुर्म के लिए बदनाम बताया जाता है।

फिल्म की कहानी उस समय से शुरू होती है जब भारत में ब्रिटिश सरकार अपनी आखिरी सांसे गिन रही थीं। शाहिद खान लुटेरा है जो ब्रिटिश ट्रेनों को लूटता है। बाद में, वह रामधीर सिंह के कोयला खान में मजदूरी करने लगता है। जिन लोगों से उसकी पुश्तैनी दुश्मनी चल रही होती है, उनसे वह बदला लेना चाहता है। शाहिद का बेटा सरदार खान अपने बाप के अपमान का बदला लेने की कसम खाता है और वासेपुर का दबंग अपराधी बन जाता है, जिससे सभी डरते हैं और वह अपने दुश्मनों से बदला लेता है। यह कहानी सच्ची घटनाओं से प्रेरित है।

बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी, पंकज त्रिपाठी और राजकुमार राव समेत कई दिग्गज सितारों से सजी फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ काफी पसंद की गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म में निर्देशक अनुराग कश्यप की एक ऐसी गलती थी, जिसे उन्होंने बड़ी चालाकी से, एक आसान से वॉयस ओवर की मदद से छिपा लिया था। एक इवेंट में बातचीत के दौरान अनुराग कश्यप ने अपनी इस मिस्टेक के बारे में बताया था, और साथ ही यह भी बताया कि कैसे उन्होंने इसे फिल्म में इस तरह कवर किया।

 

अनुराग कश्यप एक इवेंट के दौरान बता रहे थे कि कैसे फिल्म में वॉयस ओवर कई बार फिल्ममेकर को अपनी गलतियां छिपाने में भी मदद करता है। अनुराग कश्यप ने ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में पीयूष मिश्रा के वॉयस ओवर के बारे में बात करते हुए बताया, “मैं आपको बताता हूं कि नरेशन कैसे आपकी मदद करता है। बहुत आसान है। मैं जब ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ बना रहा था तब कुछ दिन की शूटिंग के बाद मुझे अहसास हुआ कि जो छोटा फैजल खान हमने दिखाया है उसका रंग नवाजुद्दीन सिद्दीकी से ज्यादा गोरा है।” इसके अलावा अनुराग कश्यप ने यह भी नोटिस किया कि उसकी लंबाई भी नवाजुद्दीन सिद्दीकी की लंबाई के बराबर ही है। वहीं दानिश उससे ज्यादा लंबा है और वहां एक तरह से रोल अदला-बदली हो जा रहे हैं। अनुराग कश्यप ने बताया, “मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करूं। तो मैंने वॉयस ओवर में इसे इस तरह कर दिया कि, ‘फैजल का कद बढ़ना बंद हो गया, उसका रंग काला पड़ गया।’ यह वो गलती थी जिसे मैंने वॉयस ओवर की मदद से कवर किया था।” बता दें कि फिल्म में पीयूष मिश्रा के वॉयस ओवर को खूब सराहा गया था।


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