पीड़िता द्वारा साझा की गई फोटो | पाठकराज
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गाजियाबाद। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के तेज गेंदबाज यश दयाल के खिलाफ गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में यौन उत्पीड़न का गंभीर मामला दर्ज किया गया है। इंदिरापुरम निवासी एक युवती ने आरोप लगाया है कि यश ने पांच वर्षों तक शादी का झांसा देकर शारीरिक और मानसिक शोषण किया। युवती की शिकायत पर पुलिस ने BNS की धारा 69 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
पीड़िता और यश दयाल की मुलाकात नवंबर-दिसंबर 2020 में सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। प्रयागराज में दोनों की पहली मुलाकात हुई और धीरे-धीरे रिश्ता गहरा होता गया।
युवती का आरोप है कि वह यश के परिवार से मिल चुकी है, और क्रिकेट मैचों के दौरान भी उनके साथ रही है। 2022 में जब गुजरात टाइटंस IPL चैंपियन बनी थी, तब भी वह यश के परिवार के साथ फाइनल में मौजूद थीं।
युवती का आरोप
यश दयाल ने शादी का वादा किया, लेकिन पिछले ढाई वर्षों से दूरी बना ली। यश के अन्य दो-तीन लड़कियों से संबंध होने की भी बात सामने आई। जब पीड़िता ने सवाल उठाए तो भावनात्मक दबाव बनाया गया और संबंध तोड़ने की धमकी दी गई।
शिकायत और पुलिस कार्रवाई
21 जून को युवती ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
24 जून को इंदिरापुरम पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया।
27 जून को युवती ने अपने बयान दर्ज कराए और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य (चैट्स, कॉल रिकॉर्डिंग, स्क्रीनशॉट्स आदि) पुलिस को सौंपे।
28 जून को पुलिस ने यश को तीन दिन में बयान देने का नोटिस भेजा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
इसके बाद पुलिस ने सोमवार देर रात नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया।
DCP का बयान
डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि अब मामले में कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है।
यश दयाल की प्रतिक्रिया
घटना के बाद क्रिकेटर यश दयाल अब तक चुप हैं और कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं, क्रिकेट जगत में उनके साथ खेलने वाले साथी चौंक गए हैं और विश्वास नहीं कर पा रहे कि यश ऐसा कर सकते हैं।
मामला क्यों है अहम?
यश दयाल आईपीएल जैसे प्रमुख मंच पर खेलने वाले उभरते खिलाड़ी हैं। मामला सिर्फ यौन उत्पीड़न का नहीं, बल्कि संबंधों में विश्वासघात और भावनात्मक शोषण से भी जुड़ा है।
इस केस का असर यश की क्रिकेटिंग करियर पर भी पड़ सकता है, खासकर जब BCCI और IPL जैसी संस्थाएं कड़ी निगरानी में रहती हैं।
आगे की संभावनाएं
पुलिस यश दयाल को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकती है। यदि यश पेश नहीं होते तो गिरफ्तारी की कार्रवाई भी हो सकती है। साक्ष्यों की फोरेंसिक जांच और अन्य डिजिटल प्रमाण भी केस की दिशा तय करेंगे।