आरोपी जेठ पुलिस की हिरासत में | पाठकराज
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ग्रेटर नोएडा। दहेज के लालच में की गई हत्या का सनसनीखेज मामला पूरे देश को हिला कर रख दिया है। निक्की नाम की विवाहिता को उसके ससुरालवालों ने 36 लाख रुपये दहेज न मिलने पर मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया। रविवार को पुलिस ने इस मामले में पति विपिन भाटी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था। सोमवार को तीसरी गिरफ्तारी करते हुए थाना कासना पुलिस ने निक्की के जेठ रोहित भाटी और ससुर सतवीर भाटी को नोएडा के सिरसा टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया। इससे पहले रविवार की शाम को सास दयावती को भी पुलिस ने दबोचा था।
मैनुअल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना पर एक्शन
गौतमबुद्ध नगर पुलिस के मुताबिक, पुलिस को मैनुअल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर जेठ रोहित भाटी के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे सिरसा टोल प्लाजा के पास से दबोचा। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी और भी आरोपियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है।
कैसे हुई वारदात?
निक्की के परिजनों ने आरोप लगाया है कि सास दयावती ने मिट्टी का तेल निक्की पर डाला और उसके पति विपिन भाटी ने आग लगा दी। आग लगने के बाद निक्की गंभीर रूप से झुलस गई और उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
दहेज का दानव
परिजनों का कहना है कि विवाह के बाद से ही निक्की को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। आरोप है कि 36 लाख रुपये की मांग पूरी नहीं होने पर इस निर्मम वारदात को अंजाम दिया गया। निक्की का विवाह कुछ साल पहले हुआ था और वह एक मासूम बेटे की मां थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
घटना के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने संज्ञान लेते हुए यूपी पुलिस से तीन दिन के भीतर एक्शन रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने इसे स्त्रियों के अधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताते हुए कहा कि दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
परिजनों की फांसी और बुलडोजर की मांग
निक्की के पिता भिखारी सिंह पैला ने कहा,
"मेरी बेटी को जिंदा जला दिया गया। मैं चाहता हूं कि दोषियों को फांसी की सजा मिले और उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए।"
समाज में गुस्सा
घटना ने पूरे जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश को झकझोर कर रख दिया है। लोग सोशल मीडिया पर पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। कई महिला संगठनों ने भी दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
दहेज हत्या के आंकड़े चिंताजनक
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल हजारों महिलाएं दहेज के कारण अपनी जान गंवा देती हैं। उत्तर प्रदेश इस मामले में शीर्ष राज्यों में गिना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सख्त कानून होने के बावजूद भी सामाजिक सोच में बदलाव न होने के कारण ऐसी घटनाएं थम नहीं रही हैं।
पुलिस की अगली कार्रवाई
कासना पुलिस का कहना है कि मामले में अभी और आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही चार्जशीट दायर की जाएगी। आरोपियों को जल्द से जल्द अदालत में पेश कर कठोर दंड दिलाने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।