डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करते सपा कार्यकर्ता | पाठकराज
पाठकराज
गौतमबुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिक एवं जूनियर हाईस्कूलों के विलय नीति के खिलाफ समाजवादी महिला सभा ने मंगलवार को सूरजपुर स्थित जिला कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने सरकार पर गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का आरोप लगाया और जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा।समाजवादी महिला सभा की जिलाध्यक्ष डॉ. शशि यादव ने कहा कि प्रदेश में 27,000 से अधिक स्कूलों को बंद किया जा रहा है, जो सीधे तौर पर गरीब तबके के बच्चों की शिक्षा के अधिकार का हनन है। उन्होंने आरोप लगाया कि “भाजपा सरकार जानबूझकर स्कूलों को बंद कर गरीबों के बच्चों को शिक्षा से दूर रखना चाहती है। चुनाव पूर्व बड़े-बड़े वादे करने वाली यह सरकार अब बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा जैसे बुनियादी मुद्दे को नजरअंदाज कर सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है।
कैराना सांसद पर अभद्र टिप्पणी का विरोध
प्रदर्शन के दौरान डॉ. शशि यादव ने कैराना से सांसद इकरा हसन पर करनी सेना के उपाध्यक्ष द्वारा बनाए गए आपत्तिजनक वीडियो का भी तीव्र विरोध किया। उन्होंने कहा कि "सांसद महिला हैं और उनका इस प्रकार अपमान किया जाना निंदनीय है। यह भाजपा समर्थित मानसिकता की सच्चाई को उजागर करता है।"
प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी और महिला सभा के कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रमुख लोगों में शामिल रहे:
सुधीर भाटी (जिला अध्यक्ष)
वीर सिंह यादव (पूर्व जिला अध्यक्ष)
डॉ. महेंद्र नागर, राहुल अवाना, रविंद्र यादव, कुलदीप भाटी,
रोहित मत्ते गुर्जर, विकास भनौता, जगवीर नंबरदार, श्याम सिंह भाटी,
महेश चेयरमैन, प्रशांत भाटी, अनीता चौहान, सरोज खारी,
बबलू सैन, हैप्पी पंडित, विपिन सैन, अंजली श्रीवास्तव,
अनीता नागर, सत्य प्रकाश नागर, जय सिंह चंदेल,
मीना, शीतल शर्मा, अनीशा अंसारी, रहीशा खान, प्रियांशी,
पुष्पा, सरिता भाटी, अर्चना देवी, साजिदा बेगम, दिलशान, शहनाज़ आदि।
ज्ञापन में क्या मांगें की गईं
प्रदर्शन के उपरांत जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में समाजवादी महिला सभा ने निम्न मांगें रखीं:
विद्यालय विलय की नीति को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
गरीब बच्चों को नजदीकी विद्यालयों में प्रवेश की गारंटी दी जाए।
कैराना सांसद पर की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो।