सांकेतिक तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने रिश्तों को शर्मसार कर दिया है। 17 वर्षीय छात्रा आस्था की निर्मम हत्या के मामले में उसकी मां, छोटा भाई, मामा और अन्य परिजनों का नाम सामने आया है। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा एक छोटी-सी पर्ची के आधार पर किया, जो मृतका ने अपने कपड़ों में छिपा रखी थी।
इस पर्ची में प्रेमी विकास का मोबाइल नंबर लिखा था, जो आस्था ने किसी अनहोनी की आशंका के चलते खुद की सुरक्षा के लिए रखा था। 5 जून को परतापुर क्षेत्र के रजबहे में एक सिर कटी लाश मिलने के बाद जब पुलिस को उसकी मुट्ठी में पर्ची मिली, तो यह केस की सबसे अहम कड़ी बन गई। इसी नंबर के जरिए पुलिस ने मृतका की पहचान आस्था के रूप में की।
28 मई से था परिवार में तनाव
पुलिस जांच के अनुसार, 28 मई को आस्था को उसका छोटा भाई शौर्य उसके प्रेमी विकास के साथ देख बैठा। इसकी जानकारी उसने घरवालों को दी, जिसके बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने आस्था को दो दिन तक बंधक बनाकर रखा और विकास से रिश्ता तोड़ने का दबाव बनाया। लेकिन आस्था अपने फैसले पर डटी रही।
हत्या की साजिश और क्रूर अंजाम
पुलिस के अनुसार, 4 जून को आस्था की मां राकेश देवी और 15 वर्षीय छोटे भाई शौर्य ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद मामा समर सिंह, ममेरा भाई मंजीत और मौसेरा भाई गौरव को बुलाया गया। मिलकर हत्या को छुपाने की साजिश रची गई। पहले आस्था का सिर काटकर सरधना क्षेत्र की गंग नहर में फेंका गया और फिर उसका धड़ कार की डिग्गी में रखकर रजबहे में फेंक दिया गया। रात भर पुलिस सिर की तलाश में जुटी रही, हालांकि धड़ के आधार पर पहचान हो चुकी थी।
पुलिस ने इन आरोपियों को लिया हिरासत में
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मामले में मृतका की मां राकेश देवी, मामा समर सिंह, ममेरा भाई मंजीत और मौसेरा भाई गौरव को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 15 वर्षीय नाबालिग भाई को भी पूछताछ के दायरे में लिया गया है।