ग्रेटर नोएडा। अल्फा-1 स्थित कासना टावर में सोमवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब टावर की पांचवीं मंजिल पर एसी के एग्जॉस्ट में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। यह घटना दोपहर करीब 3 बजे की है। आग की लपटें और धुआं निकलते ही टावर के भीतर काम कर रहे कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई और वे तत्काल इमारत से बाहर की ओर दौड़ पड़े।
15 मिनट में पाया गया काबू, नहीं हुआ कोई हताहत
घटना की सूचना मिलते ही बीटा-2 कोतवाली पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। वहीं, टावर प्रबंधन के कर्मचारियों ने तुरंत फायर एक्सटिंग्विशर का इस्तेमाल कर आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी। लगभग 15 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई और एक बड़ा हादसा टल गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया पूरा घटनाक्रम
वहां मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी विकास ने बताया कि, "अचानक से धुआं निकलता देख हमें पहले तो कुछ समझ नहीं आया। लेकिन जब आग की पुष्टि हुई, तो सभी कर्मचारी सीढ़ियों के रास्ते बाहर निकल गए। कुछ ही देर में बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।" टावर में कई कंपनियों के कार्यालय हैं, जहां सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी कार्यरत रहते हैं। ऐसे में समय पर किया गया बचाव प्रयास काफी निर्णायक साबित हुआ।
फायर सेफ्टी सिस्टम ने निभाई अहम भूमिका
बिल्डिंग में मौजूद फायर फाइटिंग सिस्टम की सक्रियता और टावर मैनेजमेंट की तत्परता की वजह से आग ज्यादा फैलने नहीं पाई। अधिकारियों के अनुसार, अगर कुछ मिनट और देरी होती तो यह आग अन्य फ्लोरों तक फैल सकती थी, जिससे गंभीर नुकसान की आशंका बन सकती थी। अग्निशमन विभाग और पुलिस की प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट ही माना जा रहा है। हालांकि, पूरी घटना की तकनीकी जांच अभी जारी है।