गिरफ्तार गैंग को लेकर मीडिया को संबोधित करते अधिकारी
पाठकराज
ग्रेटर नोएडा : ग्राइंडर जैसे डेटिंग ऐप का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लेकर उनसे लूटपाट करने वाले एक शातिर गैंग का दादरी कोतवाली पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। सोमवार को पुलिस ने गैंग के चार सदस्यों को जीटी रोड से चिटहैरा श्मशान घाट की ओर जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से एक आईफोन 15 प्रो, अवैध तमंचा, दो चाकू और अन्य सामान बरामद हुआ है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दक्ष उर्फ कप्तान (निवासी एस्कोर्ट कॉलोनी, दादरी), भूपेंद्र उर्फ भुप्पी (निवासी गांव गढ़ी, दादरी), जय राघव (गांव धतूरी, बुलंदशहर) और हनी (मोहल्ला न्यादरगंज, दादरी) के रूप में हुई है। एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार के अनुसार, पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की।
ऐसे करते थे वारदात
गिरफ्तार अभियुक्त ग्राइंडर ऐप के माध्यम से लोगों से संपर्क करते थे और फिर उन्हें किसी सुनसान स्थान पर मीटिंग के बहाने बुलाते थे। वहां अवैध हथियार दिखाकर उन्हें डराते और ऑनलाइन ट्रांसफर या नकद रूप में पैसे ऐंठ लेते थे।
पुलिस के मुताबिक, 17 अप्रैल 2025 को आरोपियों ने एक व्यक्ति को स्टेलर जिमखाना सोसाइटी के पास से जबरन कार में बैठाया और उसके मोबाइल से 79 हजार रुपये एक दुकान के बारकोड पर ट्रांसफर कराए। इसी पैसे से उन्होंने एक आईफोन 15 प्रो खरीदा और शेष रकम आपस में बांट ली। इसके अलावा 24,500 रुपये एक कैफे के बारकोड पर ट्रांसफर कर नकद में निकाल लिए।
हापुड़ में भी की थी लूट
गिरफ्तार आरोपियों ने हापुड़ में एक अन्य व्यक्ति से 25 हजार रुपये और सोने की चेन लूटने की बात भी स्वीकार की है। पुलिस को शक है कि गैंग ने और भी वारदातों को अंजाम दिया है।
संगठित गिरोह, पढ़ाई में कमजोर – जुर्म में माहिर
जांच में पता चला है कि गैंग का सरगना दक्ष उर्फ कप्तान सिर्फ सातवीं तक पढ़ा है और पूर्व में बाइक चोरी व घरों में सेंधमारी के मामलों में जेल जा चुका है। भूपेंद्र उर्फ भुप्पी दसवीं पास है और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। जय राघव ने 2017 में इंटर किया और गुरुग्राम में हत्या के प्रयास और लूट के मामले में जेल जा चुका है।
पुलिस ने बताया कि गिरोह की गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। अन्य मामलों की भी छानबीन की जा रही है, जिसमें इनका हाथ हो सकता है।