पुलिस हिरासत में आरोपी सुमित | पाठकराज
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नोएडा। थाना साइबर क्राइम, नोएडा पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए "डिजिटल अरेस्ट" के नाम पर 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले एक शातिर साइबर अपराधी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को टेलीकॉम विभाग का अधिकारी बताकर पीड़ित महिला को मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी देकर ठगी करता था।साइबर क्राइम थाना नोएडा में 26 मई 2025 को दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपी ने पीड़िता को एक सरकारी एजेंसी का कर्मचारी बताकर बताया कि उसके नाम से मनी लॉन्ड्रिंग का अपराध हुआ है। फर्जी दस्तावेज और डिजिटल गिरफ्तारी का डर दिखाकर आरोपी ने महिला से 50,00,000 की ठगी की। पुलिस के अनुसार, पीड़िता से यह रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराई गई। तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कुछ बैंक खातों को फ्रीज करा दिया और जांच शुरू की।
तत्काल कार्रवाई और बैंक खाता फ्रीज
पुलिस ने विवेचना के दौरान पाया कि 4 लाख रुपये एक यस बैंक खाते में ट्रांसफर हुए, जो आरोपी ने अपने साथियों की मदद से बैंक जाकर निकाले। इसके अतिरिक्त आरोपी के बैंक ऑफ बड़ौदा खाते से लगभग 14 लाख रुपये की निकासी की गई। अब तक 2,57,179 रुपये फ्रीज़ किए जा चुके हैं, जिनकी रिफंड प्रक्रिया न्यायालय के आदेशानुसार जारी है। गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान सुमित के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान सुमित ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी खातों का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये की ठगी की योजना बनाई। पुलिस के अनुसार, घटना में अन्य आरोपियों की तलाश भी जारी है। नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल, डिजिटल अरेस्ट या मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों में डरकर धनराशि ट्रांसफर न करें। ऐसी कोई भी कॉल आने पर तत्काल 1930 साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी थाने को सूचना दें।