Sunday, May 25, 2025 03:32:10 AM

मेरठ में परशुराम प्रेरणा समारोह
बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में परशुराम प्रेरणा समारोह का आयोजन

मेरठ स्थित बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में राष्ट्रीय परशुराम प्रेरणा समारोह 2025 का आयोजन हुआ, जिसमें सांस्कृतिक मूल्यों और नैतिक शिक्षा को बढ़ावा दिया गया।

बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में परशुराम प्रेरणा समारोह का आयोजन
परशुराम प्रेरणा समारोह 2025: छात्रों की प्रतिभा ने लूटी वाहवाही, पूर्व मंत्री सुनील भराला ने किया सम्मानित
पाठकराज

मेरठ। मेरठ स्थित बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को राष्ट्रीय परशुराम प्रेरणा समारोह 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम ने युवाओं में सांस्कृतिक मूल्यों, नैतिक शिक्षा और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने का संदेश दिया। समारोह का आयोजन राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में परिषद के संस्थापक और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व राज्य मंत्री पं. श्री सुनील भराला शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। मंच पर जैसे ही पं. भराला पहुंचे, पूरा सभागार “जय परशुराम” और “भारत माता की जय” के नारों से गूंज उठा।

 

परशुराम जी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक: सुनील भराला

अपने प्रेरणादायक संबोधन में पं. सुनील भराला ने भगवान परशुराम को विष्णु का छठा अवतार बताते हुए उनके जीवन से जुड़ी कई शिक्षाप्रद घटनाओं को साझा किया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे परशुराम जी की तरह अनुशासन, परिश्रम और राष्ट्र सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बनाएं।

 

प्रतियोगिताओं में छात्रों ने दिखाई रचनात्मक प्रतिभा

समारोह के दौरान रंगोली, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन लेखन और निबंध लेखन जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें मेरठ के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

 

संयोजकों का आभार और भविष्य की योजना

कार्यक्रम के संयोजक श्री अमित नागर ने सभी प्रतिभागियों और स्कूलों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि आगामी वर्षों में इस समारोह को और भी बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा। वहीं, विद्यालय के चेयरमैन श्री धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है और उन्हें समाज व राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की प्रेरणा मिलती है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्यों को भी विशेष सम्मान पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।


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