नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 305 दर्ज किया गया, जो "बहुत खराब" श्रेणी में आता है। वहीं, वज़ीरपुर और मुंडका जैसे क्षेत्रों में हालात और भी भयावह हैं, जहां AQI क्रमशः 422 और 419 तक पहुंच गया — जो कि "गंभीर" श्रेणी में आता है।
तेज धूल भरी हवाओं ने बढ़ाई मुसीबत
CPCB और भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, राजधानी में प्रदूषण का यह स्तर बुधवार रात आई तेज धूल भरी हवाओं और घटती वायुमंडलीय गुणवत्ता के चलते हुआ है। इन हवाओं ने हवा में धूलकणों की मात्रा को बढ़ा दिया, जिससे दृश्यता में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। IMD के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दृश्यता महज दो घंटे में 4,500 मीटर से घटकर 1,200 मीटर तक आ गई।
दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों में हालात
राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में AQI 300 से 400 के बीच रिकॉर्ड किया गया, जिनमें शामिल हैं:
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आनंद विहार: 362
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डीटीयू: 365
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द्वारका सेक्टर-8: 388
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जहांगीरपुरी: 353
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सिरी फोर्ट: 355
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अशोक विहार: 328
वहीं, कुछ अन्य इलाकों जैसे बवाना (289), लोधी रोड (277), IGI एयरपोर्ट (240), नजफगढ़ (271), आरके पुरम (265), और बुराड़ी क्रॉसिंग (243) में AQI "खराब" श्रेणी में रहा।
NCR भी नहीं बचा
दिल्ली से सटे एनसीआर शहरों में भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं:
अधिकारियों की चेतावनी और सुझाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और पर्यावरण अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि इस स्थिति में बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को बाहर निकलने से बचना चाहिए। बाहर निकलते समय एन95 मास्क या अन्य सुरक्षात्मक गियर का उपयोग अनिवार्य रूप से करना चाहिए।