ग्रेटर नोएडा। ईकोटेक-1 कोतवाली पुलिस ने दोपहिया वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगाकर चोरी की मोटरसाइकिल बेचने के लिए ग्राहक तलाशते थे। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर सात चोरी की बाइक बरामद की हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान
पुलिस ने जिन दो युवकों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक अमन निवासी रानौली लतीफपुर, जारचा थाना क्षेत्र और दूसरा प्रियांशू निवासी गुथावली खुर्द, थाना अगौता, जनपद बुलंदशहर का रहने वाला है।
एनसीआर में पिछले पांच-छह साल से सक्रिय
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह एनसीआर क्षेत्र में पिछले पांच से छह वर्षों से सक्रिय था। दोनों चोर मेरिज होम, फैक्ट्री, शिक्षण संस्थान और अन्य सार्वजनिक स्थलों से दोपहिया वाहन चोरी कर लेते थे। चोरी की बाइक को ये महज आठ से दस हजार रुपये में बेच देते थे।
इंस्टा पर स्टोरी के जरिए ग्राहक की तलाश
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि आरोपी इंस्टाग्राम पर मोटरसाइकिल की तस्वीरें डालते थे लेकिन नंबर प्लेट को छिपा देते थे। कीमत इतनी कम रखते थे कि मजदूर और गरीब तबके के लोग लालच में आकर आसानी से फंस जाते थे। वाहन के दस्तावेज मांगने पर बहाना बनाकर एक-दो दिन में देने का वादा करते थे।
चोरी की बाइक झाड़ियों में छिपाते थे
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हाल ही में दो बाइक चोरी कर बेच दी थीं। चोरी के बाद वाहन को ईकोटेक-1 कोतवाली क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र में खाली भूखंडों में झाड़ियों के अंदर छिपा दिया जाता था।
बरामद बाइक और केस डिटेल्स
बरामद की गई सात मोटरसाइकिलों में से तीन गौतमबुद्ध नगर, दो दिल्ली और एक मेरठ में दर्ज मामलों से जुड़ी हैं। पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ ईकोटेक-1 थाना क्षेत्र में पहले से चार-चार मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।
निशाने पर स्पलेंडर बाइक
चोरों का पसंदीदा टारगेट स्पलेंडर मोटरसाइकिल होती थी, क्योंकि यह आसानी से बिक जाती है और एनसीआर में खूब प्रचलित है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि सस्ते वाहन खरीदने के चक्कर में सोशल मीडिया पर दिखाए गए ऑफर से सतर्क रहें और वाहन खरीदने से पहले उसके वैध दस्तावेज जरूर जांच लें।