छह किशोरियों की दर्दनाक मौत, नगला नाथू गांव में पसरा मातम
| पाठकराज
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आगरा। सिकंदरा क्षेत्र के नगला नाथू गांव में मंगलवार सुबह एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया। यमुना नदी में नहाने गई छह किशोरियों की डूबने से मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे से पूरे गांव और आसपास के क्षेत्र में मातम पसर गया। मृत किशोरियों की उम्र 12 से 15 वर्ष के बीच बताई जा रही है। इनमें से तीन एक ही परिवार की थीं, जबकि अन्य रिश्तेदार थीं। ये सभी गर्मियों की छुट्टियों में अपने ननिहाल नगला नाथू गांव आई हुई थीं।
नदी में अचानक बढ़ी गहराई बनी मौत का कारण
घटना मंगलवार सुबह की है, जब किशोरियां यमुना नदी के किनारे नहाने गई थीं। नहाते समय वे नदी की गहरी धार में चली गईं और भंवर में फंस गईं। आसपास मौजूद बच्चों ने तुरंत गांव में सूचना दी। ग्रामीणों और स्थानीय गोताखोरों ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।सूचना मिलने पर सिकंदरा पुलिस और पीएसी के गोताखोर मौके पर पहुंचे। करीब एक घंटे की कोशिशों के बाद सभी किशोरियों को नदी से बाहर निकाला गया। इनमें से चार की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि दो अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एडीशनल पुलिस कमिश्नर राम बदन सिंह मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने शोकाकुल परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस हादसे ने नगला नाथू और आसपास के गांवों को झकझोर कर रख दिया है। यमुना घाट पर भारी भीड़ जमा हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
नदी में सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
घाट पर कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं थे, न ही वहां नहाने की कोई व्यवस्था थी। यह हादसा फिर एक बार यह सवाल खड़ा करता है कि ग्रामीण इलाकों में नदियों के किनारे सुरक्षा और चेतावनी के इंतजाम कब होंगे?