गोरखपुर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क की जांच के सिलसिले में शनिवार सुबह गोरखपुर जिले के खजनी थाना क्षेत्र और तारामंडल इलाके में बड़ी छापेमारी की। जांच का दायरा बैंकॉक में रह रहे पन्नेलाल यादव और उनके परिवार तक फैला हुआ है। उनके बैंक खातों से हुए लेन-देन को एजेंसी ने संदिग्ध और अवैध करार दिया है। एनआईए की लखनऊ शाखा से आई चार सदस्यीय विशेष टीम शनिवार तड़के 4 बजे खजनी थाने की पुलिस के साथ रावतदाड़ी गांव पहुंची। यहां पन्नेलाल यादव के पैतृक आवास पर छापा मारा गया। हालांकि, पन्नेलाल मौके पर मौजूद नहीं थे। टीम को वहां उनके चाचा मुन्नीलाल यादव मिले, जिनसे पूछताछ की गई।
तारामंडल स्थित आवास पर भी चली घंटों छानबीन
इसके बाद टीम सुबह 6 बजे पन्नेलाल यादव के शहर स्थित तारामंडल इलाके के आजाद नगर पूर्वी स्थित आवास पहुंची। वहां उस समय पन्नेलाल की गैरमौजूदगी में उनका बेटा अमन, बेटियां शिवानी और शिवाली मौजूद थीं। पत्नी पुष्पा मायके में विवाह समारोह में गई हुई थीं। टीम ने चार घंटे तक घर की तलाशी ली और कई दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों की जांच की। सूत्रों के मुताबिक कुछ महत्वपूर्ण सुराग भी टीम को हाथ लगे हैं।
परिवार ने लगाया दुर्व्यवहार का आरोप, पुलिस ने किया इनकार
तलाशी के दौरान परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि एनआईए की टीम ने पूछताछ के दौरान अभद्रता और मारपीट की। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मौके पर मौजूद स्थानीय पुलिस कर्मियों ने किसी भी अप्रिय घटना से इनकार किया है। खजनी पुलिस कार्रवाई के दौरान पूरी तरह मौजूद रही और सहयोग करती रही। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी पन्नेलाल यादव द्वारा विदेश में बैठे मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के लिए भारत में संभावित सहयोग की जांच कर रही है। बैंक खाते और डिजिटल लेन-देन से जुड़े ट्रांजेक्शन खंगाले जा रहे हैं, जिनमें थाईलैंड, दुबई और अन्य देशों से लिंक पाए गए हैं।