दिल्ली । शाहदरा जिला पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की नकली पाठ्यपुस्तकों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। अलीपुर क्षेत्र में एक गोदाम पर छापेमारी के दौरान 1.7 लाख से अधिक नकली किताबें बरामद की गईं, जिनकी बाजार कीमत 2.4 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
पुलिस को एक गुप्त मुखबिर से सूचना मिली थी कि शाहदरा के मंडोली रोड और पीएस एमएस पार्क क्षेत्र में बड़ी मात्रा में नकली एनसीईआरटी किताबों की बिक्री हो रही है। मुखबिर ने अधिकारियों को मंडोली रोड स्थित "अनुपम सेल्स" नामक एक दुकान की जानकारी दी, जहां ये अवैध गतिविधियां संचालित हो रही थीं।
कार्रवाई का संचालन
पुलिस टीम ने क्षेत्र की गुप्त निगरानी की और स्थानीय लोगों से पूछताछ की, हालांकि कई लोग सहयोग नहीं कर रहे थे। छापेमारी के दौरान दुकान में प्रशांत गुप्ता (48 वर्ष) और निशांत गुप्ता (26 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। उनके साथ दुकान में काम कर रहे 5-6 मजदूर भी पाए गए, जो नकली किताबों के वितरण में मदद कर रहे थे।
अलीपुर गोदाम से भारी मात्रा में बरामदगी
आरोपियों की निशानदेही पर दिल्ली के अलीपुर क्षेत्र के हिरनकी गांव स्थित एक गोदाम पर छापा मारा गया, जहां से 1.7 लाख से अधिक नकली किताबें बरामद की गईं। ये किताबें प्राथमिक से लेकर सीनियर सेकेंडरी स्तर तक की थीं और स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बेची जाती थीं। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि प्रशांत गुप्ता पिछले 25 वर्षों से दुकान चला रहा था, जबकि उसका बेटा निशांत पिछले 5 वर्षों से इसमें शामिल था। शुरू में वे वैध व्यापार करते थे, लेकिन जल्दी मुनाफे के लालच में आकर नकली किताबों का कारोबार शुरू कर दिया। किताबें वे अलीपुर के एक सप्लायर से खरीदते थे।
कानूनी कार्रवाई
शाहदरा के एम.एस. पार्क थाने में इस मामले में FIR संख्या 242/25 दर्ज की गई है। इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 318 BNS (2023) तथा कॉपीराइट अधिनियम 1957 की धारा 63/65 के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है और उनसे आगे की पूछताछ जारी है।