सांकेतिक तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज
विशेष रिपोर्ट(नेशनल डेस्क)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर मंथन तेज हो गया है। मौजूदा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कार्यकाल समाप्ति की ओर है और अब पार्टी एक ऐसे चेहरे की तलाश में है जो संगठन को मजबूत बनाए रखने के साथ-साथ 2029 के आम चुनाव की रणनीति को धार दे सके।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन नामों की सबसे अधिक चर्चा है उनमें धर्मेंद्र प्रधान, शिवराज सिंह चौहान और मनोहर लाल खट्टर प्रमुख हैं। आइए देखते हैं कि ये तीनों दिग्गज नेता किन पैमानों पर खरे उतरते हैं:
धर्मेंद्र प्रधान – संगठन के संतुलित चेहरे
वर्तमान पद: केंद्रीय शिक्षा व कौशल विकास मंत्री
प्रदेश: ओडिशा
पृष्ठभूमि: RSS और ABVP से निकले नेता
संगठनात्मक अनुभव: पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और महासचिव जैसे पद संभाल चुके हैं
2014 और 2019 के चुनावों में भाजपा की रणनीति में अहम भूमिका निभाई
ताकत: पूर्वी भारत से आते हैं, जहां पार्टी विस्तार चाहती है
संगठनात्मक संतुलन और मैनेजमेंट में दक्ष
चुनौती: जनाधार की तुलना में अन्य दावेदारों से थोड़े पीछे
शिवराज सिंह चौहान – अनुभव और लोकप्रियता का मिश्रण
वर्तमान पद: केंद्रीय कृषि मंत्री
प्रदेश: मध्य प्रदेश
पृष्ठभूमि: भाजपा के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में से एक
संगठनात्मक अनुभव: युवा मोर्चा से लेकर मुख्यमंत्री तक का लंबा सफर
पार्टी के प्रति समर्पण और जनसंपर्क में महारत
ताकत: मध्यमार्गी, सुलझी हुई और स्वीकार्य छवि
व्यापक जनाधार और हिंदी बेल्ट में मजबूत पकड़
चुनौती: लंबे समय तक सत्ता में रहने के कारण "थकान" की धारणा
मनोहर लाल खट्टर – अनुशासित प्रशासक और संगठन के प्रिय
वर्तमान पद: केंद्रीय मंत्री (संपर्क, जल शक्ति आदि विभागों में)
प्रदेश: हरियाणा
पृष्ठभूमि: RSS प्रचारक, भाजपा के पुराने संगठनात्मक चेहरा
संगठनात्मक अनुभव: चुनावी रणनीति और बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने का रिकॉर्ड
ताकत: साफ-सुथरी और अनुशासित छवि
संगठन के भीतर विश्वसनीय चेहरा
सामाजिक संतुलन (पंजाब-हरियाणा और गैर-जाट समीकरण)
चुनौती: जनाधार और राष्ट्रीय पहचान अपेक्षाकृत सीमित
किसे मिलेगी वरीयता? – संभावित मानदंड
मानदंड |
धर्मेंद्र प्रधान |
शिवराज सिंह चौहान |
मनोहर लाल खट्टर |
संगठनात्मक अनुभव |
⭐⭐⭐⭐☆ – केंद्र व संगठन में सक्रिय |
⭐⭐⭐⭐☆ – लंबे समय तक राज्य नेतृत्व |
⭐⭐⭐⭐☆ – अनुशासित संगठनात्मक छवि |
जनाधार |
⭐⭐☆☆☆ – क्षेत्रीय आधार सीमित |
⭐⭐⭐⭐⭐ – ग्रामीण व शहरी में मजबूत |
⭐⭐☆☆☆ – सीमित जनसंपर्क |
क्षेत्रीय संतुलन |
⭐⭐⭐⭐☆ – पूर्वी भारत (ओडिशा) |
⭐⭐⭐☆☆ – मध्य भारत (मप्र, पहले से प्रतिनिधित्व) |
⭐⭐⭐☆☆ – हरियाणा (पहले से प्रतिनिधित्व) |
सामाजिक समीकरण |
⭐⭐⭐⭐☆ – ओबीसी व पिछड़ा वर्ग संतुलन |
⭐⭐⭐⭐☆ – सबका साथ वाला चेहरा |
⭐⭐⭐⭐☆ – जाट व गैर-जाट संतुलन |
मीडिया/सार्वजनिक छवि |
⭐⭐⭐☆☆ – सीमित लेकिन स्थिर |
⭐⭐⭐⭐⭐ – जनप्रिय, भावुक नेतृत्व |
⭐⭐⭐☆☆ – सधी हुई लेकिन मध्यम |
भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़ में सभी दावेदारों के पास मजबूत दावेदारी है, लेकिन चयन पूरी तरह संगठनात्मक प्राथमिकताओं, सामाजिक समीकरणों और आगामी चुनावी रणनीतियों पर निर्भर करेगा।
यदि भाजपा पूर्वी भारत को फोकस में रखती है, तो धर्मेंद्र प्रधान का नाम आगे आ सकता है।
यदि जनाधार और नेतृत्व क्षमता प्राथमिकता है, तो शिवराज सिंह चौहान सबसे संतुलित चेहरा हो सकते हैं।
यदि संगठनात्मक अनुशासन और विश्वसनीयता को तरजीह दी जाती है, तो मनोहर लाल खट्टर एक सशक्त विकल्प बन सकते हैं।
अब देखना यह है कि पार्टी नेतृत्व किस दिशा में फैसला करता है।