सेक्टर-63 थाना परिसर में ई-मालखाने और प्रशासनिक भवन का लोकार्पण करती पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह | पाठकराज
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नोएडा। गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट की ओर से पुलिस तंत्र को स्मार्ट, पारदर्शी और तकनीक-सक्षम बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। नोएडा के थाना सेक्टर-63 में नवनिर्मित प्रशासनिक भवन, आवासीय परिसर और कमिश्नरेट का पहला 'ई-मालखाना' सोमवार को भव्य समारोह में लोकार्पित किया गया।
डिजिटल युग की ओर बढ़ता पुलिसिंग: ई-मालखाने की शुरुआत
ई-मालखाने की अवधारणा पारंपरिक मालखाने की जगह अब एक डिजिटल प्रणाली पर आधारित साक्ष्य प्रबंधन प्रणाली को प्रस्तुत करती है। यह न केवल पुलिस की साक्ष्य संग्रहण और संरक्षण प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाएगा, बल्कि अदालत में प्रस्तुत साक्ष्यों की विश्वसनीयता को भी मजबूती देगा।
ई-मालखाने में जब्त की गई संपत्ति, अपराध से संबंधित वस्तुएं, हथियार, ड्रग्स और अन्य वस्तुओं को बारकोडिंग, स्कैनिंग और डिजिटल एंट्री के साथ व्यवस्थित किया जाएगा। इससे जांच प्रक्रिया में तेजी आएगी और केस की सुनवाई के दौरान साक्ष्य की प्रस्तुति अधिक प्रभावी बन सकेगी।
आईएसओ प्रमाणन से पुलिसिंग में बढ़ी विश्वसनीयता
लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान यह भी जानकारी दी गई कि नोएडा पुलिस के पांच प्रमुख थानों को हाल ही में ISO 9001:2015 प्रमाणन प्रदान किया गया है। इसमें सेक्टर-39, सेक्टर-49, सेक्टर-58, बिसरख और बीटा-2 थाने शामिल हैं। आईएसओ सर्टिफिकेशन का अर्थ है कि इन थानों में अब सेवा, शिकायत निवारण, अपराध नियंत्रण और रिकॉर्ड प्रबंधन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कार्य किया जा रहा है।
पुलिस कमिश्नरेट की रणनीतिक पहल
गौतमबुद्धनगर की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने इस अवसर पर कहा,
"हमारी प्राथमिकता केवल अपराध नियंत्रण नहीं, बल्कि आम जनता को समयबद्ध, पारदर्शी और तकनीकी रूप से सक्षम सेवा देना है। ई-मालखाना और आईएसओ थानों की यह पहल स्मार्ट पुलिसिंग के हमारे विज़न का हिस्सा है।"
सुविधाएं जो आम नागरिक को सीधे लाभ देंगी
ई-मालखाना: केस प्रॉपर्टी का पारदर्शी और डिजिटल रिकॉर्ड।
आईएसओ थाने: नागरिक शिकायतों का त्वरित निस्तारण, बेहतर अभिलेख प्रबंधन और बेहतर जवाबदेही।
नया प्रशासनिक भवन: पुलिसकर्मियों के लिए बेहतर कार्य सुविधा, साथ ही आवासीय परिसर से कर्मचारियों की जीवन गुणवत्ता में सुधार।