सेक्टर 39 स्थित जिला अस्पताल | पाठकराज
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नोएडा। जिला अस्पताल की पूर्व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) पर लगे टेंडर प्रक्रिया से जुड़े आरोपों को लेकर अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट खंडन जारी किया है।
वर्तमान सीएमएस की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इन आरोपों को "भ्रामक एवं तथ्यहीन" बताया गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, अस्पताल की सभी टेंडर प्रक्रियाएं भारत सरकार के जेम पोर्टल (GeM Portal) के माध्यम से पूर्ण पारदर्शिता के साथ पूरी की गईं। विशेष रूप से जनरेटर, लिफ्ट और अन्य तकनीकी उपकरणों की खरीद में केवल ओईएम (OEM) यानी मूल निर्माता द्वारा अधिकृत फर्मों को ही चयनित किया गया।
प्रशासन की निगरानी में हुई हर प्रक्रिया
अस्पताल प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी निविदाएं शासन स्तर से निगरानी में पूरी की गईं और किसी भी स्तर पर अनियमितता की कोई गुंजाइश नहीं रही।
वर्तमान सीएमएस ने कहा कि आरोपों के पीछे कुछ स्वार्थी तत्वों की साजिश हो सकती है, जो अस्पताल की छवि धूमिल करना चाहते हैं।
क्या है मामला?
हाल ही में कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया पर पूर्व सीएमएस पर टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता के आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों में यह दावा किया गया था कि कुछ टेंडर पूर्व नियोजित तरीके से तय किए गए थे। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इस संबंध में पूरी तरह से दस्तावेजी प्रमाणों के साथ अपना पक्ष रखते हुए इन आरोपों को झूठा और भ्रामक करार दिया है।
प्रशासन ने की संयम बरतने की अपील
अस्पताल प्रशासन ने मीडिया और आम नागरिकों से तथ्यात्मक जानकारी के बिना किसी भी प्रकार की टिप्पणी या प्रचार-प्रसार से बचने की अपील की है और कहा कि यदि कोई शिकायत है, तो वह उचित शासनिक अथवा न्यायिक माध्यमों से की जाए।