लखनऊ, 8 जून 2025 – लखनऊ में जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के प्रोजेक्ट मैनेजर सुधाकांत मिश्र ने शनिवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि वह पिछले 15 वर्षों से डिप्रेशन की बीमारी से जूझ रहे थे और उनका इलाज भी चल रहा था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सुधाकांत मिश्र, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी मंगला प्रसाद मिश्र के पुत्र थे और वर्तमान में हरदोई में तैनात थे। उनका परिवार लखनऊ के इंदिरानगर सेक्टर बी में निवास करता है। आत्महत्या की यह घटना तब हुई जब उनका बेटा कार्तिकेय अपनी बीमार नानी को अस्पताल में देखने गया हुआ था।
बेटे ने खोला दरवाजा, खिड़की से दिखा फंदे पर झूलता शव
कार्तिकेय ने पुलिस को बताया कि उनके पिता अक्सर मानसिक तनाव के चलते खुदकुशी करने की बात कहते रहते थे। शनिवार की रात जब वह अस्पताल से घर लौटे तो उन्होंने पाया कि पिता का कमरा अंदर से बंद है। खिड़की से झांकने पर उन्होंने देखा कि सुधाकांत फंदे पर झूल रहे थे। कार्तिकेय ने दरवाजा तोड़कर उन्हें नीचे उतारा और तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों ने बताया कि सुधाकांत मिश्र की रिटायरमेंट में सिर्फ तीन महीने शेष थे। उनकी पत्नी एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं और घटना के वक्त दूसरे कमरे में थीं।
गाजीपुर थाना प्रभारी विकास राय ने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला मानसिक बीमारी और अवसाद से जुड़ा प्रतीत होता है। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है और सभी पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है।