हिरासत में लिए गए आरोपी | पाठकराज
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नई दिल्ली। दिल्ली की क्राइम ब्रांच और ISC (इंडियन स्टेट क्राइम) यूनिट ने एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की अब तक की सबसे संगठित तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। कार्रवाई में राजधानी के मुंडका इलाके में स्थित एक गुप्त गोदाम से 72,000 लीटर एटीएफ बरामद किया गया है, जो पिछले तीन वर्षों से चोरी कर बेचा जा रहा था।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह रैकेट इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) और आसपास के फ्यूल सप्लाई पॉइंट्स से फर्जी चाबियों, गुप्त पाइपलाइनों और मॉडिफाइड टैंकरों की मदद से एटीएफ की चोरी करता था। इसके बाद फ्यूल को मुंडका में बने एक सीक्रेट गोदाम में स्टोर कर, क्लोज नेटवर्क के ज़रिए मोटे मुनाफे पर बेचा जाता था।
3 साल से चल रहा था गोरखधंधा
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह पिछले तीन साल से सक्रिय था और हर महीने औसतन ₹1.62 करोड़ की टैक्स चोरी और राजस्व हानि कर रहा था। कुल नुकसान करोड़ों रुपये में आंका गया है।
छापेमारी में क्या मिला
72,000 लीटर ATF फ्यूल (ड्रम और टैंकरों में)
1.05 लाख नकद
2 बड़े ट्रक और 3 टैंकर
फर्जी चाबियाँ, फ्यूल पाइप, पंपिंग उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक मीटर
रजिस्टर, बिल-बुक और ट्रांसपोर्ट फर्जी दस्तावेज़
गिरफ्तार हुए आरोपी
क्राइम ब्रांच ने 6 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर IPC की धारा 379 (चोरी), 420 (धोखाधड़ी), 467/468/471 (जालसाजी) और पेट्रोलियम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
"इस ऑपरेशन से न केवल बड़ा आर्थिक नुकसान रोका गया है, बल्कि एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़ा संभावित खतरा भी टल गया है।" ATF यानी एविएशन टरबाइन फ्यूल आमतौर पर सिर्फ हवाई जहाज में इस्तेमाल होता है और उच्च ज्वलनशीलता (highly flammable) के कारण इसका गलत हाथों में जाना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है।