Thursday, May 15, 2025 11:27:26 PM

दिल्ली में अपराधों में वृद्धि
दिल्ली में 2025 के पहले तीन महीनों में अपराधों में जबरदस्त वृद्धि

2025 की शुरुआत में दिल्ली में मादक पदार्थ और आबकारी अधिनियम के तहत अपराधों में भारी बढ़ोतरी हुई है, पुलिस की सक्रियता के चलते नेटवर्क पर चोट की गई।

दिल्ली में 2025 के पहले तीन महीनों में अपराधों में जबरदस्त वृद्धि
दिल्ली का इंडिया गेट
पाठकराज

दिल्ली में 2024 की तुलना में 2025 के शुरुआती तीन महीनों में मादक पदार्थों से संबंधित अपराधों में दोगुनी बढ़ोतरी देखी गई है। वहीं, आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में 80 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस के साझा किये गए आंकड़ों से मिली है। आंकड़ों के मुताबिक एक जनवरी से 31 मार्च 2025 के बीच दिल्ली में आबकारी अधिनियम के तहत कुल 2,496 मामले दर्ज किए गए, जबकि इसी अवधि के दौरान 2024 में कुल 1,382 मामले दर्ज किए गए थे।

इसी प्रकार एनडीपीसी एक्ट के उल्लंघन के मामले 257 से बढ़कर 544 हो गए। राजधानी में रोजाना औसतन छह मामले सामने आए। आंकड़ों के मुताबिक शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज मामले भी बढ़े हैं, जो पिछले साल के 957 से बढ़कर इस साल 1,049 हो गए हैं, जबकि जुआ अधिनियम के तहत दर्ज मामले 2024 के 677 से बढ़कर 1,018 हो गए हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में अपराध में यह बढ़ोतरी प्रवर्तन कार्रवाई में बढ़ोतरी के कारण हुई है। आंकड़ों के मुताबिक शस्त्र अधिनियम और जुआ अधिनियम सहित अलग-अलग कानूनों के तहत दर्ज अपराधों में भी बढ़ोतरी हुई है। 2025 के शुरुआती तीन महीनों में 6,836 मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2024 में इसी अवधि के 4,143 मामलों और 2023 में दर्ज 4,080 मामलों से काफी अधिक हैं।

अधिकारी ने कहा कि आबकारी और एनडीपीएस मामलों में वृद्धि पुलिस के सक्रिय प्रयासों और अवैध शराब एवं मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले नेटवर्क के खिलाफ अभियानों की सफलता को दर्शाती है। पुलिस इसके लिए शहर में निगरानी उपकरणों और मुखबिरों का भी इस्तेमाल कर रही है। आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता और भारतीय न्याय संहिता के तहत दर्ज अपराधों के कुल मामलों में मामूली गिरावट देखी गई है।

आंकड़ों के मुताबिक चोरी के अन्य मामलों में वृद्धि देखी गई। यह पिछले साल के प्रारंभिक तीन महीने में दर्ज 24,226 मामलों से बढ़कर इस साल इसी अवधि में 27,066 हो गये हैं। हालांकि, घरों में चोरी की घटनाएं 3,644 से घटकर 3,578 हो गईं। मोटर वाहन चोरी की घटनाएं भी काफी हद तक अपरिवर्तित रहीं, 2025 में 9,070 मामले दर्ज किए गए।


सम्बन्धित सामग्री