ग्रेटर नोएडा। थाना दनकौर कोतवाली क्षेत्र के रीलखा गांव में एक मजदूर की घोड़ी की करंट लगने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह हादसा यमुना विकास प्राधिकरण की लापरवाही के कारण हुआ, जिसने टूटे हुए स्ट्रीट लाइट पोल और जमीन पर गिरी करंट युक्त तार की शिकायतों के बावजूद समय पर कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित मजदूर ताराचंद ने बताया कि गांव में यमुना प्राधिकरण द्वारा लगाई गई स्ट्रीट लाइट का एक खंभा काफी समय से टूटा हुआ था, और उसकी बिजली लाइन जमीन पर पड़ी हुई थी। उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों को इस खतरे की जानकारी दी थी, लेकिन कोई समाधान नहीं किया गया। इसी टूटे हुए तार की चपेट में आकर ताराचंद की घोड़ी झुलस गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घोड़ी की अनुमानित कीमत करीब ढाई लाख रुपये बताई जा रही है। पीड़ित मजदूर के अनुसार, यह घोड़ी उसकी आजीविका का मुख्य सहारा थी।
ग्रामीणों का आरोप:
ग्रामीणों ने घटना के बाद यमुना प्राधिकरण पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रोष प्रकट किया। उनका कहना है कि यह हादसा केवल घोड़ी तक सीमित नहीं था, बल्कि इस करंट की चपेट में कोई व्यक्ति भी आ सकता था।
मुआवज़े की मांग:
ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से घोड़ी के नुकसान की भरपाई और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अधिकारियों ने मामले की जांच कर जल्द कार्रवाई और मुआवजे का आश्वासन दिया है।