Thursday, May 15, 2025 11:22:12 PM

अखिलेश का फूलन देवी बयान
अखिलेश यादव का फूलन देवी की तरह धमकी का दावा, उद्देश्य क्या है?

अखिलेश यादव ने फूलन देवी की तरह धमकी मिलने का दावा किया है। इसके माध्यम से दलित और निषाद समुदाय के वोट बैंक को साधने की कोशिश की जा रही है।

अखिलेश यादव का फूलन देवी की तरह धमकी का दावा उद्देश्य क्या है
अखिलेश यादव - फूलन देवी
पाठकराज

 

फूलन देवी की तरह मुझे भी मार देने की आ रही धमकी… अखिलेश यादव के इस बयान से आखिर वह क्या पाना चाहते हैं? रामजीलाल सुमन के बहाने समाजवादी पार्टी एक तरफ जहां दलित वोट बैंक को साधना चाहती है , वही फूलन देवी का नाम लेकर क्या अखिलेश यादव ने निषाद बिरादरी के वोट बैंक को भी एक बार फिर से अपनी तरफ करने की कोशिश कर रहे हैं।

अखिलेश ने किया फूलन देवी का जिक्र
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फूलन देवी का जिक्र करके एक बार फिर से दशकों पुरानी राजनीतिक कहानी को ताजा कर दिया है। फूलन देवी को इस देश में कौन नहीं जानता है।समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने फूलन देवी को न सिर्फ राजनीति में प्रवेश दिलाया बल्कि उन्होंने सांसद तक बनवाने का काम किया। फूलन देवी को लेकर समाजवादी पार्टी हमेशा सकारात्मक रवैया अपनाती रही है। साथ ही निषाद समाज के वोट बैंक पर भी इसलिए अपना दावा ठोकती रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फूलन देवी का नाम लेकर कहा कि जिस तरह से उनकी हत्या की गई थी उसी तरह से मुझे भी धमकियां आ रही हैं। ऐसे में सवाल उठता है क्या समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फूलन देवी का नाम जानबूझ कर लिया।

 

जाति आंकड़ों के हिसाब से ही राजनीति

वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद मिश्रा ने कहा कि अखिलेश यादव इस बात को बखूबी जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में जाति आंकड़ों के हिसाब से ही राजनीति हो सकती है। अगर जातियों में सामाजिक समीकरण को बांटा जाएगा तभी समाजवादी पार्टी को उसका सियासी फायदा होगा और शायद यही वजह है कि समाजवादी पार्टी लगातार उनकी सुरक्षा की मांग कर रही है।

 

बयान का नफा नुकसान कितना
 

हालांकि, अगर नजर डाले तों मौजूदा समय में किसी भी राजनेता की तरफ से दिया गया बयान बहुत सोची समझी रणनीति के तहत होता है क्योंकि नेता इस बात को जानता है कि आखिर उसकी तरफ से दिया गगए बयान का नफा नुकसान कितना होगा। अखिलेश यादव ने जिस तरह से फूलन देवी की एपिसोड का एक बार फिर से जिक्र किया है। इससे साफ होता है कि समाजवादी पार्टी 2027 की चुनाव में इसका सियासी लाभ लेना चाहती है।


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