नई दिल्ली। पहलगाम हमले को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है और हमलावरों की पहचान हो चुकी है। भारत की खुफिया एजेंसियों ने हमले में शामिल आतंकियों और उनकी गतिविधियों से जुड़ी ठोस जानकारी जुटा ली है, जो सीधे तौर पर पाकिस्तान से जुड़ी हुई है।
मिसरी ने कहा:
“पाकिस्तान आज दुनियाभर में आतंकवादियों के लिए शरणस्थली के रूप में बदनाम हो चुका है। 22 अप्रैल को पहलगाम में जो हमला हुआ, वह क्रूरता की सारी हदें पार करता है। परिवारों के सामने निर्दोष लोगों को सिर पर गोली मारकर मारा गया। यह हमला केवल जान लेने के लिए नहीं, बल्कि परिवारों को मानसिक रूप से तोड़ने और जम्मू-कश्मीर की प्रगति को रोकने की साजिश थी।”
हमले के पीछे मकसद
विक्रम मिसरी ने कहा कि यह हमला कश्मीर की छवि को खराब करने और वहां पर्यटन को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया। उन्होंने बताया कि:
“पिछले साल 2.25 करोड़ से अधिक पर्यटक कश्मीर आए थे। यह हमला उसी बढ़ते विकास और स्थिरता को पिछड़ा रखने की रणनीति का हिस्सा है। इसके पीछे भारत में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की भी साजिश छुपी थी।”