राजधानी दिल्ली का प्रमुख खेल और सांस्कृतिक आयोजन स्थल 'तालकटोरा इंडोर स्टेडियम' जल्द ही नए नाम से जाना जा सकता है। दिल्ली सरकार में लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने संकेत दिया है कि वे इस स्टेडियम का नाम बदलने का प्रस्ताव आगामी नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC) की बैठक में पेश करेंगे।
दरअसल, हाल ही में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान प्रवेश वर्मा ने चुनावी वादे के रूप में तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलकर 'भगवान महर्षि वाल्मीकि स्टेडियम' रखने की घोषणा की थी। अब उन्होंने कहा है कि यह मेरा चुनावी वादा था और मैं इसे पूरा करूंगा। अगली एनडीएमसी बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। प्रवेश वर्मा ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली का एक प्रसिद्ध स्थल है जहां देश-विदेश के बड़े आयोजन होते हैं। ऐसे में इसका नाम बदलकर महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखना उचित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि वाल्मीकि समुदाय के कई लोगों ने इस बदलाव की मांग उठाई थी।
तालकटोरा स्टेडियम का निर्माण 1974 में हुआ था और इसका नाम पास के मुगल कालीन बागीचे से लिया गया है। 'तालकटोरा' शब्द फारसी भाषा के 'ताल' (तालाब) और 'कटोरा' (कटोरे जैसा आकार) शब्दों से मिलकर बना है। एनडीएमसी के नियमों के अनुसार, किसी भी स्थान का नाम बदलने के लिए सबसे पहले सामान्य प्रशासन विभाग में आवेदन देना होता है। इसके बाद 13 सदस्यीय परिषद में प्रस्ताव को मंजूरी के लिए रखा जाता है। यदि परिषद से मंजूरी मिलती है तो यह प्रस्ताव दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग को भेजा जाता है, जहां से अंतिम स्वीकृति मिलती है। इस पूरी प्रक्रिया को गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के तहत पूरा किया जाता है।