Thursday, May 15, 2025 11:30:39 PM

नोएडा में नया डियर पार्क
नोएडा सेक्टर-91 में बनने जा रहा है उत्तर प्रदेश का पहला डियर पार्क

नोएडा के सेक्टर-91 में 30 एकड़ में फैले डियर पार्क का निर्माण होगा, जिसमें वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

नोएडा सेक्टर-91 में बनने जा रहा है उत्तर प्रदेश का पहला डियर पार्क
प्रतीकात्मक फोटो
गूगल

नोएडा। शहर की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी और कंक्रीट के जंगलों के बीच अब लोगों को प्रकृति के करीब जाने का मौका मिलने जा रहा है। नोएडा के सेक्टर-91 में उत्तर प्रदेश का पहला डियर पार्क बनने जा रहा है। यह पार्क न सिर्फ शहरवासियों के लिए एक नया पर्यटन स्थल होगा, बल्कि वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण शिक्षा को भी बढ़ावा देगा।

नोएडा अथॉरिटी और वन विभाग की देखरेख में बनने वाला यह डियर पार्क करीब 30 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा और इसके निर्माण पर लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत आएगी। खास बात यह है कि यहां 132 हिरणों को बसाया जाएगा, जिनमें भारतीय और अफ्रीकी नस्लों की कुल 10 प्रजातियाँ शामिल होंगी। इसके साथ ही पार्क में एक मिनी जू और सनसेट सफारी ज़ोन भी तैयार किया जाएगा, जहां लोग जीप सफारी का मज़ा ले सकेंगे।

जानवरों के लिए बन रहा अनुकूल वातावरण

पार्क की डिजाइनिंग में विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि जानवरों को गर्मी, रोशनी और शोर से परेशानी न हो। हल्की रोशनी, प्राकृतिक आवास की नकल और पर्याप्त जगह को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य किया जाएगा। कानपुर, लखनऊ और हैदराबाद जैसे शहरों से जानवरों को लाया जाएगा।

बायोडायवर्सिटी पार्क के पास होगा लोकेशन

डियर पार्क की लोकेशन सेक्टर-91 में पहले से मौजूद बायोडायवर्सिटी पार्क के पास होगी, जिससे यह जगह पहले से ही हरियाली और वनस्पति के लिए प्रसिद्ध है। यह पार्क उन लोगों के लिए वरदान साबित होगा जो वीकेंड पर शहर से बाहर निकले बिना प्रकृति और वन्यजीवों का अनुभव करना चाहते हैं।

खुलने का समय और सुविधा

पार्क को रात 10 बजे तक खुला रखने की योजना है, जिससे लोग शाम के वक्त भी यहां आ सकेंगे। बच्चों और छात्रों के लिए यह स्थान एक एडुकेशनल टूरिस्ट स्पॉट के रूप में भी कार्य करेगा।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम

नोएडा प्रशासन का यह प्रयास न सिर्फ मनोरंजन बल्कि पर्यावरण जागरूकता की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। उम्मीद है कि यह पार्क दिल्ली-एनसीआर के लोगों को वन्यजीवों और प्रकृति से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


सम्बन्धित सामग्री