महेंद्र सिंह धोनी | पाठकराज
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रांची/नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट इतिहास में कुछ नाम ऐसे हैं जो सिर्फ आंकड़ों से नहीं, बल्कि अपने व्यक्तित्व और दृष्टिकोण से अमर हो जाते हैं। ऐसा ही एक नाम है – महेंद्र सिंह धोनी। आज, 7 जुलाई 2025 को धोनी 44 वर्ष के हो गए हैं। उनके जन्मदिन के अवसर पर पूरा देश न सिर्फ उन्हें शुभकामनाएं दे रहा है, बल्कि उनके अद्वितीय करियर और विरासत को भी याद कर रहा है।
सफर की शुरुआत: रेलवे टीसी से क्रिकेट के राजा तक
धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची (तब बिहार, अब झारखंड) में हुआ। छोटे शहर के इस लड़के ने कभी सपना नहीं देखा था कि वह एक दिन विश्व कप जीतने वाली टीम का कप्तान बनेगा। बचपन में फुटबॉल गोलकीपर रहे धोनी को रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी भी मिली, लेकिन उनका दिल क्रिकेट में था — और यही जुनून उन्हें भारतीय क्रिकेट के शिखर तक ले गया।

वो कप्तान, जिसने भारत को दिलाई ICC की तीनों ट्रॉफी
ICC T20 वर्ल्ड कप 2007 – धोनी की पहली कप्तानी और पहली ट्रॉफी
ICC वनडे वर्ल्ड कप 2011 – 28 साल बाद भारत बना विश्व चैंपियन
ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2013 – सभी ICC ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान बने
2011 वर्ल्ड कप फाइनल में धोनी का नाबाद 91 रन और आखिरी छक्का आज भी हर भारतीय के दिल में गूंजता है।
अद्वितीय नेतृत्व: जब मैदान पर था 'शांति का प्रतीक'
बिना किसी ड्रामा के निर्णय लेना
युवाओं पर भरोसा करना (रैना, कोहली, रोहित को मौके)
हर हार के बाद टीम को संभालना
और सबसे बड़ी बात – कभी गुस्सा नहीं दिखाना
धोनी का कप्तानी स्टाइल सिर्फ खेल के लिए नहीं, प्रबंधन और नेतृत्व के लिए भी एक पाठ है।
क्रिकेट से परे: धोनी का बहुआयामी जीवन
भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद रैंक)
बाइक और कार कलेक्टर – रांची स्थित धोनी का गैराज फेमस है
'सेवन' स्पोर्ट्स ब्रांड – खुद का लाइफस्टाइल ब्रांड
चेन्नई सुपर किंग्स के थिंक टैंक – अब भी IPL में सक्रिय नेतृत्वकर्ता

धोनी: नाम नहीं, भावना है
धोनी ने कभी खुद को बड़े-बड़े दावों में नहीं घेरा, लेकिन उनका आचरण, निर्णय और मैदान पर शांत व्यवहार उन्हें "महानतम क्रिकेट दिमागों" में शामिल करता है।
44वें जन्मदिन पर देशभर से शुभकामनाएँ
सोशल मीडिया पर सुबह से ही #HappyBirthdayDhoni ट्रेंड कर रहा है। कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, हार्दिक पांड्या, और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों ने धोनी को बधाई दी है।