पुलिस हिरासत में तीनों आरोपी
पाठकराज
नोएडा। नीट यूजी परीक्षा में पास कराने के नाम पर अभ्यर्थियों और उनके परिजनों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। नोएडा एसटीएफ ने इस गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विक्रम कुमार साह, धर्मपाल सिंह और अनिकेत कुमार के रूप में हुई है। ये सभी आरोपी दिल्ली निवासी हैं और नोएडा सेक्टर-3 में किराए के दफ्तर से इस ठगी को अंजाम दे रहे थे। एसटीएफ ने इनके पास से 6 कॉलिंग मोबाइल, 4 पर्सनल मोबाइल, नीट अभ्यर्थियों का डेटा और एक फॉर्च्यूनर कार बरामद की है।
ऐसे हुआ खुलासा
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार मिश्रा ने बताया कि 3 अप्रैल को सूचना मिली थी कि कुछ लोग नीट यूजी परीक्षा के दिन अभ्यर्थियों के परिजनों को कॉल कर परीक्षा में पास कराने का झांसा दे रहे हैं और इसके एवज में मोटी रकम की मांग कर रहे हैं। सूचना के आधार पर थाना फेज-1 क्षेत्र के सेक्टर-3 में छापा मारकर तीनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
2011 में शुरू हुई थी ठगी की कहानी
गिरफ्तार आरोपी विक्रम कुमार साह ने पूछताछ में बताया कि वह बिहार के दरभंगा का रहने वाला है और 2011 में चेन्नई स्थित विनायका मिशन यूनिवर्सिटी से बायोटेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन किया। वहीं उसकी मुलाकात अनिकेत से हुई और दोनों ने 30% कमीशन पर यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिलवाने का काम शुरू किया। इसके बाद दिल्ली आकर धर्मपाल सिंह से मिले और 'Admission View' नाम की एक फर्जी कंपनी बनाई।
पास कराने के लिए 5 लाख की डील
गिरोह नीट और मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहे छात्रों का डाटा जुटाकर उनके परिजनों को कॉल करता था। वे परीक्षा में पास कराने के नाम पर प्रत्येक अभ्यर्थी से ₹5 लाख की मांग करते थे, जिसे बैंक अकाउंट या पीडीसी चेक के जरिये लिया जाता था।
ऐसे करते थे जालसाजी
आरोपी अभ्यर्थियों से कहते थे कि वे परीक्षा के दौरान सिर्फ वही प्रश्न भरें जिनका उत्तर उन्हें आता है, बाकी छोड़ दें। वे भरोसा दिलाते थे कि परीक्षा के बाद OMR शीट को बदलकर सही उत्तर भर दिए जाएंगे। प्रवेश हो जाने पर पूरा पैसा लिया जाता था और यदि प्रवेश न हुआ तो लंबे समय तक टालमटोल या फरार हो जाते थे।
नई कंपनी बनाकर दोबारा शुरू की ठगी
पहली कंपनी पर जब विभिन्न जगहों से शिकायतें आने लगीं तो 2023 में तीनों ने मिलकर एक नई कंपनी SHREYANVI EDU OPC PVT LTD बनाई और सेक्टर-3, नोएडा में इसका ऑफिस खोला। इस साल नीट परीक्षा आते ही फिर से अभ्यर्थियों का डेटा इकट्ठा कर ठगी की योजना बनाई, लेकिन इस बार एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए।