पुलिस हिरासत में आरोपी | पाठकराज
पाठकराज
नोएडा। जिले के रबूपुरा थाना क्षेत्र में ज़मीन घोटाले से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें फ़र्ज़ी किसान बनकर करोड़ों की बेशकीमती ज़मीन को बेचने का प्रयास करने वाले तीन शातिर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने एक असल किसान के नाम पर फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक खाता तैयार किया। यही नहीं, दस्तावेजों में सच्चाई दिखाने के लिए फर्जी गवाहों का भी सहारा लिया गया।
सूत्रों के अनुसार, 10-10 लाख रुपये खर्च कर फर्जी पहचान-पत्र और दस्तावेज़ बनवाए गए ताकि रजिस्ट्री को पूरी तरह वैध दिखाया जा सके।
9 लोगों को बेची गई ज़मीन, करोड़ों का घोटाला
आरोपियों ने इन फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर नौ अलग-अलग लोगों को करोड़ों रुपये मूल्य की ज़मीन बेच डाली। रजिस्ट्री कार्यालय में सभी प्रक्रिया वैध प्रतीत हो रही थी, क्योंकि दस्तावेजों में नाम, फोटो, पहचान प्रमाण सब कुछ 'प्रामाणिक' लगे। लेकिन असली किसान को इसकी जानकारी तब लगी जब वह अपनी ज़मीन पर कार्य करवाने गया और उसे पता चला कि उसकी ज़मीन पहले ही किसी और के नाम बेची जा चुकी है।
जैसे ही मामला प्रकाश में आया, थाना रबूपुरा पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए जांच शुरू की और तीनों फर्जी किसानों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज़ों का जखीरा भी बरामद किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूरे गिरोह में और भी लोगों की संलिप्तता हो सकती है, जिनकी तलाश की जा रही है।
प्रशासन ने मामले को गंभीर मानते हुए तहसील और रजिस्ट्री विभाग के अधिकारियों को भी जांच के घेरे में लिया है।
“फर्जीवाड़े में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया को और कड़ा किया जाएगा,” – एक वरिष्ठ अधिकारी का बयान।