नोएडा – नोएडा की पॉश महागुन सोसाइटी में 12 जुलाई की सुबह भारी तनाव का माहौल बन गया जब सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ ने सोसाइटी में घुसकर कथित रूप से तोड़फोड़, लूटपाट और हमला करने का प्रयास किया। पूरी घटना का वीडियो पिछले दो दिनों से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि गेट पर सैकड़ों लोग सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरबाजी कर रहे हैं।
घटना की पृष्ठभूमि
सोसाइटी में रहने वाले एक परिवार ने अपनी घरेलू सहायिका — जो कि बांग्लादेशी मूल की मुस्लिम महिला बताई जा रही है — से चोरी के शक में पूछताछ की।
परिवार के अनुसार, उनके घर से लगातार छोटे-छोटे सामान गायब हो रहे थे। हाल ही में ₹10,000 नकद चोरी होने के बाद उन्होंने CCTV फुटेज की बात कही, जिस पर नौकरानी ने चोरी स्वीकार कर ली और पैसे वापस लाने की बात कहकर चली गई।
भीड़ का हमला
अगले ही दिन सुबह करीब 6 बजे, वह महिला पास की बांग्लादेशी बस्ती से सैकड़ों लोगों के साथ महागुन सोसाइटी पहुंची। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, “भीड़ ने ‘मार दो, तोड़ दो’ के नारे लगाए और घरों व गाड़ियों में तोड़फोड़ की।” इस दौरान महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग दहशत में रहे। कई लोगों ने खुद को घरों में बंद कर लिया।
सोसाइटी का सामूहिक निर्णय
महागुन सोसाइटी के निवासी देवेंद्र राठौर ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में घरेलू कामगार बांग्लादेशी मूल के हैं, जिनमें कई के पास वैध दस्तावेज नहीं हैं। घटना के बाद सोसाइटी ने सामूहिक निर्णय लेते हुए बिना वैध पहचान पत्र वाले किसी भी घरेलू कामगार को सोसाइटी में प्रवेश न देने का फैसला लिया है।
पुलिस की कार्रवाई
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सैकड़ों अज्ञात लोगों की तलाश शुरू कर दी है। सुरक्षा के मद्देनज़र सोसाइटी और आस-पास के क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वहीं पुलिस की तरफ से हाईराइज सोसायटियों के पास बसी घुग्गियों में सर्च अभियान भी चलाया जिसमें अब तक 400 से अधिक संदिग्ध नागरिकों की पहचान हुई है। पुलिस इन लोगों से घना को अंजाम देने के बारे में भी पूछताथ कर रही है।