Wednesday, June 25, 2025 07:22:32 PM

दिल्ली PG हॉस्टल में आग
मुखर्जी नगर PG हॉस्टल में रात 2 बजे भीषण आग, छात्राओं ने समय रहते भागकर बचाई जान

मुखर्जी नगर के PG हॉस्टल में विंडो एसी से निकली चिंगारी के कारण आग लगी। सभी छात्राएं सुरक्षित बचाई गईं।

मुखर्जी नगर pg हॉस्टल में रात 2 बजे भीषण आग छात्राओं ने समय रहते भागकर बचाई जान
देर रात लगी आग की तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज

नई दिल्ली, 25 जून। दिल्ली के कोचिंग हब कहे जाने वाले मुखर्जी नगर में मंगलवार देर रात गुलाब वाटिका के पास स्थित एक PG हॉस्टल में अचानक आग लग गई। घटना रात 2:32 बजे की है, जब हॉस्टल की दूसरी मंजिल पर स्थित एक कमरे में विंडो एसी से चिंगारी निकलने के बाद आग भड़क उठी। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरा कमरा धुएं और लपटों से घिर गया। उस समय PG में रह रही दर्जनों छात्राएं गहरी नींद में थीं।

जैसे ही धुएं की गंध फैली और कमरे से आग की लपटें बाहर आने लगीं, PG की कुछ लड़कियों ने तुरंत अलार्म बजाया और सबको जगाकर बाहर निकलने को कहा। इस त्वरित कार्रवाई के चलते सभी छात्राएं इमारत से सुरक्षित बाहर आ गईं। हालांकि, PG संचालक की तरफ से किसी आपातकालीन निकासी योजना या अलार्म सिस्टम की व्यवस्था नहीं थी, जिससे घबराहट और अफरा-तफरी की स्थिति बन गई।

 

दमकल की 4 गाड़ियों ने संभाला मोर्चा

घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 4 बजे आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।
दमकल अधिकारी के अनुसार, "आग की शुरुआत विंडो एसी से हुई थी। संभवतः शॉर्ट सर्किट के कारण चिंगारी भड़की, जिसने फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामान को अपनी चपेट में ले लिया।"

 

नुकसान क्या हुआ?

कमरे में रखा लैपटॉप, किताबें, दस्तावेज और अन्य निजी सामान जलकर राख हो गया।

कोई हताहत नहीं हुआ, जो राहत की बात रही।

छात्राएं मानसिक रूप से काफी डर गईं और कई को रातभर सड़कों पर खड़े रहना पड़ा क्योंकि इमारत धुएं से भरी थी।

 

पुरानी घटनाओं की पुनरावृत्ति

यह पहली बार नहीं है जब मुखर्जी नगर जैसे शैक्षणिक इलाकों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। साल 2023 में एक कोचिंग सेंटर में लगी आग की भयावह तस्वीरें अभी भी लोगों के जेहन में ताज़ा हैं, जब छात्रों को तारों और रस्सियों के सहारे इमारत से बाहर कूदना पड़ा था। उस हादसे के बाद भी अधिकारियों ने PG व कोचिंग सेंटर्स की सुरक्षा ऑडिट की बात कही थी, लेकिन जमीनी स्तर पर आज भी हालात जस के तस हैं।

 

प्रशासन पर उठे सवाल

अब सवाल यह उठता है कि इतने संवेदनशील इलाके में चल रहे हॉस्टल और PG की सुरक्षा निगरानी किसकी जिम्मेदारी है?

क्या दिल्ली फायर डिपार्टमेंट ने इन इमारतों का निरीक्षण किया है?

क्या मुखर्जी नगर के सभी PG/कोचिंग सेंटर्स के पास वैध अग्निशमन प्रमाणपत्र हैं?

छात्रों के जीवन से खिलवाड़ कब रुकेगा?

 

छात्रों और अभिभावकों की मांग

सभी PG और हॉस्टलों का फायर सेफ्टी ऑडिट तुरंत कराया जाए।

बिना फायर एनओसी और सुरक्षा इंतजाम वाले पीजी को सील किया जाए।

हर PG में सीसीटीवी, फायर अलार्म, इमरजेंसी निकासी द्वार और प्रशिक्षित स्टाफ अनिवार्य किया जाए।


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