गाजियाबाद। नंदग्राम इलाके में अतिक्रमण हटाने और पॉलीथिन जब्त करने पहुंची नगर निगम की टीम पर शुक्रवार को हमला हो गया। आरोप है कि एक गन्ना जूस विक्रेता के चालान के दौरान कुछ लोगों ने निगम सुपरवाइजर की गन्ने से पिटाई कर दी, जिससे उनकी हाथ की हड्डी टूट गई। इस घटना के बाद नगर निगम में हड़कंप मच गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ हमला?
नगर निगम की टीम नंदग्राम में अतिक्रमण हटाने का अभियान चला रही थी। इस दौरान गन्ने का ठेला लगा रहे आशीष यादव का ठेला हटाया गया और टीम आगे बढ़ गई। पीछे से निगम सुपरवाइजर दीपक भारती ने आशीष यादव को रोककर पांच हजार रुपये का चालान काटना चाहा। इसी बीच आशीष ने कुछ लोगों को बुला लिया, जो कथित रूप से कार में सवार होकर आए और दीपक पर गन्ने से हमला कर दिया।
निगम की त्वरित प्रतिक्रिया
सिटी जोन प्रभारी महेंद्र अहिरवार के अनुसार, टीम करीब 70-80 मीटर आगे निकल चुकी थी जब वायरलेस पर हमले की सूचना मिली। टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर हमलावरों को पकड़ लिया। पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया, जिसने आरोपी आशीष यादव समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। घायल सुपरवाइजर दीपक भारती को अस्पताल ले जाकर मेडिकल परीक्षण कराया गया, जिसमें उनकी हाथ की हड्डी टूटने की पुष्टि हुई है।
दोहराया जा रहा है अतिक्रमण
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के बाद भी सड़क किनारे फिर से दुकानें सजने लगती हैं। पिछले दिनों मालीवाड़ा, बस अड्डा और अन्य इलाकों में अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन कुछ ही समय बाद स्थिति फिर पहले जैसी हो गई। व्यापारी संगठनों से सहयोग की अपील के बावजूद स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है। यह पहला मौका नहीं है जब निगम कर्मचारियों पर हमला हुआ हो। अगस्त 2024 में भी चौधरी मोड़ के पास एक महिला ने डंडे से निगम कर्मचारियों पर हमला किया था। निगम अब हर जोन में दो दिन का अभियान चला रहा है, जिसमें पॉलीथिन जब्ती और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है।
निगम की अपील
नगर निगम अधिकारियों ने व्यापारियों और आम जनता से सहयोग की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि मॉनिटरिंग के लिए टीमों को तैनात किया गया है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए सभी पक्षों का सहयोग जरूरी है।