लेफ्टिनेंच कर्नल सोफिया कुरैशी
पाठकराज
नई दिल्ली। भारतीय सेना की वरिष्ठ अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने बुधवार को जानकारी दी कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहलगाम में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला करने वाले आतंकियों के ठिकाने को भी नष्ट किया गया है। यह वही ठिकाना था जहां हमले की योजना बनाई गई और आतंकियों को प्रशिक्षित किया गया था।
सेना ने बताया कि यह ऑपरेशन न केवल एक रणनीतिक जवाबी कार्रवाई था, बल्कि 22 अप्रैल को मारे गए निर्दोष नागरिकों और उनके परिजनों को न्याय दिलाने की दिशा में एक सशक्त कदम भी है।
कर्नल कुरैशी ने कहा:
“हमने नौ ठिकानों की पहचान की थी। ये सभी आतंकियों के प्रशिक्षण केंद्र और लॉन्च पैड थे। इन्हें नेस्तनाबूद कर यह संदेश दिया गया है कि भारत अपने नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।”
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि हमले कितनी सटीकता और तकनीकी परिशुद्धता के साथ किए गए।
प्रमुख बातें:
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तीर्थयात्रियों पर हमले के जिम्मेदार अड्डे को खत्म किया गया
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सभी नौ ठिकाने आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर थे
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हवाई हमले से पहले लंबी प्लानिंग और इंटेलिजेंस वेरिफिकेशन की गई
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मिशन का उद्देश्य आतंक को जड़ से खत्म करना