प्रयागराज | प्रयागराज ज़िले के सोरांव तहसील स्थित मखदूमपुर गांव में करोड़ों रुपये मूल्य की 88 बीघा सरकारी जमीन को फर्जी तरीके से हड़पने का मामला सामने आया है। डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ के निर्देश पर की गई जांच के बाद प्रशासन ने छह लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है।
एसडीएम सोरांव एच.एल. सैनी के अनुसार, आरोपियों ने ग्राम सभा की नवीन परती भूमि को अपने नाम खतौनी में दर्ज कराने के लिए राजस्व अभिलेखों में हेराफेरी की। इस फर्जीवाड़े की पुष्टि जिला और तहसील कार्यालयों के रिकॉर्ड के मिलान से हुई। नामजद आरोपियों में प्रयागराज सहित प्रतापगढ़, सुलतानपुर और जौनपुर जनपद के निवासी शामिल हैं। इनमें छेदीलाल, मूरत देवी, कमला देवी, अनीसा खातून, प्रभावती देवी और फूलचंद्र के नाम सामने आए हैं। इन सभी ने कथित रूप से अभिलेख पत्र 41-45 में कूट रचना कर अपना नाम चढ़ाया।
एसडीएम कोर्ट का आदेश
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम कोर्ट ने विवादित भूमि को पुनः सरकारी खाते में दर्ज करने का आदेश पारित किया। इसके अलावा तहसीलदार राजेश कुमार पाल को निर्देशित किया गया कि आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए।
फर्जीवाड़ा चकबंदी के दौरान
जांच में सामने आया कि यह फर्जीवाड़ा चकबंदी प्रक्रिया के दौरान किया गया। अब इस मामले में चकबंदी, राजस्व व रिकार्ड रूम कर्मचारियों की भी जांच होगी।
प्रशासन सख्त, आगे होगी बड़ी कार्रवाई
एसडीएम ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की जमीन हड़पने की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच के बाद दोषी पाए गए सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी सख्त विभागीय व कानूनी कार्रवाई होगी।