Thursday, July 03, 2025 06:46:55 AM

नोएडा आश्रम जांच रिपोर्ट
नोएडा: वृद्ध आश्रम में अमानवीय व्यवहार का पर्दाफाश, जांच रिपोर्ट ने खोले कई राज

नोएडा के वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार और अवैध निर्माण की जांच करते हुए 304 पन्नों की रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं।

नोएडा वृद्ध आश्रम में अमानवीय व्यवहार का पर्दाफाश जांच रिपोर्ट ने खोले कई राज
फाइल फोटो | पाठकराज
पाठकराज

304 पन्नों की रिपोर्ट तैयार, रेस्क्यू से लेकर अवैध निर्माण और शर्तों के उल्लंघन तक की खुली पोल

नोएडा। सेक्टर-55 स्थित आनंद निकेतन वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के मामले में बड़ी प्रगति सामने आई है। मामले की जांच कर रहे प्रोबेशन अधिकारी ने अपनी 304 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को सौंपने की तैयारी कर ली है।

इस रिपोर्ट में न सिर्फ रेस्क्यू ऑपरेशन की बारीकियां, बल्कि आश्रम संचालन में की गई अनियमितताओं, निर्माण संबंधी घोटालों और नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही तक को उजागर किया गया है।

 

जांच के प्रमुख बिंदु:

बुजुर्गों के साथ मानवाधिकारों का उल्लंघन, दुर्व्यवहार और उपेक्षा

आश्रम की लीज डीड के 8 साल बाद पास हुआ नक्शा

पास हुआ 2 मंजिला नक्शा, लेकिन निर्माण ढाई से अधिक मंजिला

अनधिकृत निर्माण से करोड़ों रुपये के राजस्व नुकसान की आशंका

नोएडा प्राधिकरण द्वारा लीज, शर्तों और भुगतान संबंधी गड़बड़ियों की अलग जांच

समाज कल्याण विभाग और महिला आयोग के संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन में बुजुर्गों को छुड़ाया गया

 

प्रोबेशन अधिकारी की जांच रिपोर्ट में क्या है?

304 पेजों की रिपोर्ट में निम्नलिखित शामिल हैं:

बुजुर्गों के साथ मिले शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के प्रमाण

रेस्क्यू किए गए बुजुर्गों के कथन और मेडिकल परीक्षण की जानकारी

आश्रम में उपलब्ध सुविधाओं की भयावह स्थिति

लीज शर्तों के उल्लंघन, भवन निर्माण मानकों से खिलवाड़

आश्रम के रिकॉर्ड, वित्तीय लेनदेन और संचालनकर्ता के पृष्ठभूमि की पड़ताल

 

नोएडा प्राधिकरण की भूमिका भी जांच के घेरे में

नोएडा प्राधिकरण ने भी आश्रम को जमीन आवंटन, नक्शा पास कराने, निर्माण स्वीकृति, और भुगतान के सभी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में सामने आया कि

लीज डीड 8 वर्ष पहले हुई, पर नक्शा हाल ही में पास कराया गया

नक्शे में केवल दो मंजिला निर्माण की अनुमति, जबकि असल में ढाई से अधिक मंजिलें बनीं

इससे प्राधिकरण को राजस्व में करोड़ों की चपत लगने की आशंका

 

अधिकारियों और आयोगों की प्रतिक्रिया

प्रोबेशन अधिकारी (गोपनीय नाम):
“रेस्क्यू से लेकर भवन संबंधी दस्तावेजों तक गहराई से जांच की गई है। रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।”

महिला आयोग सदस्य:
“हमने मौके पर जाकर स्थिति देखी थी, वह अमानवीय थी। जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”

 

कैसे सामने आया मामला?

कुछ दिन पहले स्थानीय नागरिकों की शिकायत पर समाज कल्याण विभाग और महिला आयोग की टीम ने सेक्टर-55 स्थित वृद्ध आश्रम पर छापा मारा। आश्रम में बुजुर्गों को गंदे और अंधेरे कमरों में बंद किया गया था। स्वास्थ्य, भोजन और साफ-सफाई की बेहद खराब व्यवस्था। कई बुजुर्ग बीमार और उपेक्षित अवस्था में पाए गए। रेस्क्यू कर इन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया और वहीं से पूरे मामले का पर्दाफाश शुरू हुआ।


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