नोएडा पुलिस ने मोबाइल दुकानों की सघन जांच के लिए '

नोएडा में ऑपरेशन तलाश शुरू: मोबाइल दुकानों पर पुलिस की कड़ी नजर, 5000 दुकानदारों और कर्मचारियों का होगा सत्यापन

फाइल फोटो

नोएडा, 26 जुलाई 2025: नोएडा पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए "ऑपरेशन तलाश" अभियान की शुरुआत की है। इस विशेष अभियान के तहत जिले में मौजूद मोबाइल फोन की बिक्री और मरम्मत की दुकानों का व्यापक सर्वे किया जाएगा। पुलिस का मकसद है कि मोबाइल दुकानों के नाम पर संचालित किसी भी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।

क्यों चलाया जा रहा है ऑपरेशन तलाश?

इस कार्रवाई का सीधा संबंध हाल ही में आतंकी जिशान की गिरफ्तारी से है, जिसने नोएडा और आसपास के इलाकों में कुछ मोबाइल दुकानों के जरिए संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची थी। जिशान की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने यह फैसला लिया कि जिले में संचालित सभी मोबाइल दुकानों और रिपेयरिंग सेंटरों की गहन जांच और सत्यापन किया जाएगा। इसके साथ ही उन दुकानों पर भी विशेष रूप से भी जांच की जाएगी जहां सीम कार्ड की बिक्री होती है।

 

क्या है ऑपरेशन तलाश का उद्देश्य?

मोबाइल दुकान मालिकों और कर्मचारियों की पूरी जानकारी एकत्र करना, साथ ही उनका पुलिस सत्यापन कराना जिन कर्मचारियों का मूल निवास किसी अन्य राज्य या जिले में है, उनके स्थानीय और स्थायी पते की जांच करना भी एक अहम कार्य रहेगा। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करना इस अभियान का हिस्सा रहेगा।

 

5000 से अधिक दुकानों की जांच होगी

नोएडा पुलिस के अनुसार जिले में लगभग 5000 मोबाइल रिपेयरिंग व सेलिंग दुकानें हैं। इनमें कई दुकानों में अस्थाई रूप से काम करने वाले कर्मचारी हैं, जिनका कोई वैध रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। पुलिस अब इन सभी दुकानों की डिजिटल और भौतिक निगरानी करेगी।

 

कर्मचारियों पर होगी विशेष नजर

इस अभियान के तहत सिर्फ दुकानदार ही नहीं, बल्कि दुकानों में कार्यरत सभी कर्मचारियों की भी पहचान, पृष्ठभूमि और दस्तावेज की जांच की जाएगी। यह देखा जाएगा कि वे कहां से आए हैं, उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं, और उनका स्थानीय निवास प्रमाणित है या नहीं।

 

पुलिस की सख्त चेतावनी

नोएडा पुलिस कमिश्नरेट की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि:

“जिन दुकानदारों या कर्मचारियों की जानकारी नहीं मिलेगी, या जो सत्यापन में सहयोग नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

 

स्थानीय प्रशासन और खुफिया विभाग की भी भागीदारी

इस ऑपरेशन में स्थानीय इंटेलिजेंस यूनिट (LIU), आवासीय आरडब्ल्यूए, और साइबर सेल की भी सहभागिता रहेगी। मकसद यह है कि कोई भी मोबाइल फोन या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट अवैध रूप से इस्तेमाल न हो पाए।