नोएडा में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने परिवहन विभाग क

नोएडा में परिवहन विभाग के खिलाफ ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का चक्का जाम प्रदर्शन, अवैध वसूली और उत्पीड़न के आरोप

सड़क पर ऑटो खड़ा कर प्रदर्शन करते चालक

नोएडा। नोएडा में मंगलवार को परिवहन विभाग की कथित मनमानी और शोषण के खिलाफ सैकड़ों ऑटो और ई-रिक्शा चालक सड़कों पर उतर आए। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के नेतृत्व में चालकों ने सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से सेक्टर-37 की ओर जाने वाले मार्ग पर चक्का जाम कर जमकर प्रदर्शन किया। इस विरोध के चलते कई घंटों तक ट्रैफिक बाधित रहा और आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

 

आरोप: परमिट, फिटनेस और दस्तावेजों के नाम पर उत्पीड़न

 प्रदर्शनकारी चालकों ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग — विशेषकर एआरटीओ कार्यालय — की ओर से फिटनेस, परमिट, बीमा व अन्य दस्तावेजों के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। चालकों का कहना है कि जब भी वे विभाग में दस्तावेज़ी कार्य के लिए जाते हैं, तो उनसे भारी जुर्माना या रिश्वत की मांग की जाती है, अन्यथा चालान या गाड़ी जब्त करने की धमकी दी जाती है। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन (भानु) के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर चालकों की समस्याएं सुनीं और कहा “परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा चालकों के साथ असम्मानजनक व्यवहार और अनियमितताओं के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। अगर जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया, तो हम जिला स्तरीय आंदोलन की ओर बढ़ेंगे।” 

 

यातायात हुआ ठप, राहगीरों को हुई परेशानी

प्रदर्शन के कारण सेक्टर-37 की ओर जाने वाला मार्ग पूरी तरह जाम हो गया। ऑटो चालकों के सड़क पर उतरने और सेवा बंद करने से मेट्रो यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पर सवारियों को ऑटो नहीं मिले, जिससे कई लोगों को पैदल चलकर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।

 

प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें

परमिट और फिटनेस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए

परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार और अवैध वसूली पर रोक

चालकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए

ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के लिए हेल्पलाइन सुविधा शुरू की जाए

स्थायी पहचान और कार्यस्थल सुरक्षा की गारंटी दी जाए

 

प्रशासन ने की अपील, यातायात को जल्द बहाल किया गया

जाम के चलते ट्रैफिक पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों पर यातायात मोड़ा और अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर स्थिति को नियंत्रण में लिया। प्रशासन ने कहा कि चालकों की मांगों पर उच्च अधिकारियों से चर्चा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।