सुलतानपुर के प्रसिद्ध श्रीराम कथा वाचक डॉ. मदनमोहन

सुलतानपुर के गौरव डॉ. मदनमोहन मिश्र को तुलसी अवार्ड, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित करते हुए

चांदा (सुलतानपुर): गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती के पावन अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में सुलतानपुर जनपद का मान बढ़ाते हुए सुप्रसिद्ध श्रीराम कथा वाचक डा. मदनमोहन मिश्र को मानस कोविद "तुलसी अवार्ड" से सम्मानित किया गया। यह आयोजन गुजरात स्थित तलगाजरड़ा में अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पूज्य मोरारी बापू के सान्निध्य में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे, जिन्होंने डॉ. मिश्र को माला पहनाकर व अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर तुलसी पीठाधीश्वर पूज्य रामभद्राचार्य जी महाराज तथा श्री रामचंद्र दास जी की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह को आध्यात्मिक ऊँचाई प्रदान की।

डा. मदनमोहन मिश्र न केवल सुलतानपुर जिले, अपितु सम्पूर्ण पूर्वांचल के लिए एक गौरवशाली व्यक्तित्व हैं। श्रीरामकथा के माध्यम से समाज में नैतिक मूल्यों, भक्ति और भारतीय सांस्कृतिक चेतना का प्रचार-प्रसार करने में वे दशकों से सक्रिय हैं। उनकी ओजस्वी वाणी, शास्त्रीय ज्ञान और कथावाचन शैली ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है।

 

समाज के विभिन्न वर्गों ने व्यक्त की प्रसन्नता डा. मिश्र के इस सम्मान पर क्षेत्र में हर्ष की लहर है। वरिष्ठ पत्रकार विद्याधर तिवारी, डॉ. श्यामराज मिश्र, सरस्वती विद्या मंदिर चांदा के प्राचार्य जटाशंकर जी, शिक्षाविद त्रिभुवन नाथ मिश्र, पूर्व प्रधानाचार्य इंद्रसेन सिंह, समाजसेवी दिनेश शुक्ला, उमेश शर्मा, संजय तिवारी, पवन यादव, ए. के. यादव, अरुण दुबे, सभाजीत मिश्र, उद्योगपति अमृत लाल जायसवाल, अशोक सिंह, इंद्रजीत मिश्र, विजय मोदनवाल, हरिलाल यादव, व्यापार मंडल अध्यक्ष सचिन बरनवाल, युवा नेता शिवम् सोनी सहित अनेकों गणमान्य व्यक्तियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए इसे जिले के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया।

 

आस्था और संस्कृति का संगम मोरारी बापू द्वारा प्रतिवर्ष तुलसी जयंती के अवसर पर यह समारोह आयोजित किया जाता है, जिसमें तुलसी साहित्य, श्रीरामकथा और भारतीय सांस्कृतिक चेतना के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वालों को "तुलसी अवार्ड" प्रदान किया जाता है। इस बार यह सम्मान सुलतानपुर के डॉ. मिश्र को प्राप्त होना जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।