नोएडा प्राधिकरण में तबादलों का मजाक! आदेश महीनों पुराने, अधिकारी फिर भी कुर्सी पर काबिज
नोएडा। नोएडा प्राधिकरण में तबादला प्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं। उच्च अधिकारियों के आदेशों के बावजूद कुछ अधिकारी अब भी अपनी पसंदीदा पोस्टिंग पर डटे हुए हैं। जांच में पता चला है कि नोएडा प्राधिकरण के इंडस्ट्री विभाग के दो अधिकारी – शोभा कुशवाहा और नवीन सिंह – तबादला आदेश के बावजूद नोएडा में जमे हुए हैं। इनका लगभग पांच महीने पहले यूपीसीडा में तबादला हो चुका है लेकिन दोनों ही अधिकारी अब भी प्राधिकरण में जमे हुए हैं।
जांच के चौंकाने वाले तथ्य
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तबादला आदेश जारी हुए कई महीने बीत चुके हैं।
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आदेश में साफ लिखा था कि कार्यमुक्त होने का इंतजार किए बिना नई जगह ज्वॉइन करें।
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बावजूद इसके अधिकारियों ने कार्यभार नहीं संभाला।
क्यों हो रही है आदेशों की अनदेखी?
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‘मलाईदार पोस्टिंग’: नोएडा को सुविधाओं, प्रभाव और संभावनाओं वाली जगह माना जाता है।
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राजनीतिक-पहुंच: कुछ अधिकारियों की राजनीतिक व प्रशासनिक पकड़ मजबूत।
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ढीला अनुशासन: समय पर कार्रवाई न होने से आदेश केवल औपचारिकता बनकर रह जाते हैं।
तबादले के आदेश पर अमल क्यों नहीं?
जब तबादले के आदेश जारी होते हैं, तो स्पष्ट रूप से लिखा होता है कि अधिकारी/कर्मचारी को कार्यमुक्त होने की प्रतीक्षा किए बिना तुरंत नई जगह पर ज्वॉइन करना होगा। बावजूद इसके कई कर्मचारी बहाने बनाकर अपनी वर्तमान तैनाती पर टिके हुए हैं।
प्राधिकरण की सख्ती, लेकिन असर?
मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने निर्देश जारी किए हैं कि –
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जो कर्मचारी तुरंत ज्वॉइन नहीं करेंगे, उनका वेतन रोका जाएगा।
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अनुशासनात्मक दंड के रूप में सख्त कार्रवाई भी संभव है।
फिर भी सवाल उठता है – क्या इन आदेशों का पालन सुनिश्चित होगा या ये भी कागजों तक सीमित रहेंगे?