डीएम मेधा रूपम के समर्थन में IAS एसोसिएशन ने कहा – व्यक्तिगत हमले अस्वीकार्य, सार्वजनिक सेवा की गरिमा पर सवाल नहीं
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर की डीएम मेधा रूपम हाल ही में सोशल मीडिया ट्रोलिंग का शिकार बनीं। उनके पिता एवं मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार को लेकर की जा रही टिप्पणियों ने मामला और तूल पकड़ लिया। इस विवाद के बीच मेधा रूपम ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट इनएक्टिव कर दिया।
IAS एसोसिएशन का बयान – गरिमा और ईमानदारी पर जोर
IAS एसोसिएशन ने अपने आधिकारिक अकाउंट पर पोस्ट कर मेधा रूपम का समर्थन किया और व्यक्तिगत हमलों की कड़ी निंदा की। एसोसिएशन ने लिखा –
"आईएएस एसोसिएशन गहरी चिंता व्यक्त करता है कि मुख्य चुनाव आयुक्त के परिवार के सदस्यों, जो स्वयं प्रतिष्ठित सिविल सेवक हैं, के खिलाफ अनुचित आलोचना की जा रही है।
आईएएस एसोसिएशन ऐसे व्यक्तिगत हमलों की कड़ी निंदा करता है, जिनका उनके आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन से कोई संबंध नहीं है।
हम सार्वजनिक सेवा में गरिमा और ईमानदारी के पक्षधर हैं।"
सोशल मीडिया पर बढ़ा विवाद
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के परिवार पर निजी टिप्पणियां कीं, जो उनके सरकारी कार्यों से असंबंधित थीं। इसे लेकर व्यापक बहस छिड़ गई और आलोचना का सामना कर रहीं डीएम मेधा रूपम ने अपने अकाउंट को निष्क्रिय कर दिया।
सार्वजनिक सेवा की गरिमा पर सवाल
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे व्यक्तिगत हमले न केवल सरकारी अधिकारियों की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि इससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।