ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आवारा कुत्तों के बढ़ते हमलो

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पॉश सोसायटियों में आवारा कुत्तों का आतंक, महिला पर हमला

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आवारा कुत्तों का आतंक, महिला पर हमला

ग्रेटर नोएडा वेस्ट। क्षेत्र की पॉश हाउसिंग सोसायटियों में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। ताजा मामला गौड़ सिटी, 7वीं एवेन्यू का है, जहां एक महिला पर आवारा कुत्ते ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस घटना के बाद सोसायटी में दहशत का माहौल है और निवासियों ने मेंटिनेंस टीम की लापरवाही पर नाराजगी जताई है।


पार्क में टहल रही थी महिला

सोसायटी के एच टावर में रहने वाली महिला रोज़ की तरह गुरूवार रात पार्क में टहल रही थीं। इसी दौरान एक आवारा कुत्ता उनके पीछे पड़ गया। पहले महिला ने दूरी बना ली, लेकिन जब वह दोबारा टहलने लौटी, तो कुत्ते ने अचानक हमला कर दिया। इसके परिणामस्वरूप महिला के हाथ में गहरा घाव आया और उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

निवासियों ने बताया कि मेंटिनेंस टीम को यह समस्या एक सप्ताह से लगातार बताई जा रही थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सुपरवाइजर को तीन बार लिखित और मौखिक शिकायत दी गई, लेकिन कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।


सोसायटी में बढ़ती सुरक्षा चिंताएं

सोसायटी के पार्क, ओपन एरिया और पार्किंग क्षेत्रों में आवारा कुत्तों की गतिविधियां आम हो गई हैं। कई निवासी नियमों के बावजूद टावर और फ्लोर के पास कुत्तों को खाना खिलाते हैं, जिससे ये कुत्ते झुंड बनाकर इन क्षेत्रों में रहने लगे हैं।

निवासियों का कहना है कि बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं लगातार डर के साये में जीने को मजबूर हैं। कई बार कुत्ते बच्चों के पीछे दौड़ चुके हैं, और बुजुर्गों को गिराने जैसी घटनाएं भी सामने आई हैं। महिला पर हुआ हमला इसी लापरवाही का नतीजा है।


मेंटिनेंस टीम की निष्क्रियता

निवासियों का आरोप है कि मेंटिनेंस टीम सोसायटी के नियमों का पालन नहीं करवा पा रही है। कुत्तों को नियंत्रित करने और उन्हें सुरक्षित तरीके से हटाने की कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई। इस लापरवाही के कारण न केवल महिला घायल हुई हैं, बल्कि सोसायटी में सभी निवासियों की सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया है।


निवासियों की मांग

निवासियों ने प्रशासन और सोसायटी कमेटी से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि आवारा कुत्तों की समस्या को जल्द ही स्थायी समाधान के साथ हल किया जाए। इसके लिए निवासियों ने सुझाव दिया है कि पार्किंग और ओपन एरिया में निगरानी बढ़ाई जाए, कुत्तों को पकड़ने के लिए पेशेवर टीम बुलाई जाए और नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए।